सामाजिक सरोकार : सब कुछ ठीक रहा तो शहरवासियों को धोलावाड़ पर नहीं होना पड़ेगा आश्रित, वैकल्पिक स्रोत से मिलेगा पेयजल
⚫ जलापूर्ति के लिए धोलावाड़ डेम के अतिरिक्त वैकल्पिक जल स्रोत के लिए कार्य योजना बनने के संकेत
⚫ जलापूर्ति की समीक्षा की कलेक्टर ने
⚫ नगर निगम और शहरी विकास अभिकरण को दिए निर्देश
⚫ पिछले साल की तुलना में दो मीटर पानी कम
हरमुद्दा
रतलाम 15 जुलाई। यदि सब कुछ ठीक रहा और कलेक्टर के आदेश का पालन गंभीरता से किया गया तो शहरवासियों को अब धोलावाड़ डेम पर आश्रित नहीं होना होगा। जलापूर्ति के लिए वैकल्पिक स्रोत ढूंढने के निर्देश नगर निगम और शहरी विकास अभिकरण दिए गए हैं। गत वर्ष की तुलना में धोलावाड़ में फिलहाल 2 मीटर पानी कम है। कनेरी डेम सहित अन्य स्रोतों पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं
शहर में जलापूर्ति की समीक्षा कलेक्टर राजेश बाथम द्वारा सोमवार को की गई। इस दौरान कलेक्टर ने धोलावाड़ डेम में उपलब्ध जलमात्रा की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि धोलावाड़ के अतिरिक्त भी रतलाम शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए वैकल्पिक स्रोत की व्यवस्था होनी चाहिए जिसके लिए नगर निगम तथा शहरी विकास अभिकरण संयुक्त रूप से कार्य योजना तैयार करें।
पिछले साल की तुलना में दो मीटर पानी
बैठक में बताया गया कि वर्तमान में धोलावाड़ डेम में 383.25 मी. जल मात्रा उपलब्ध है जो गत वर्ष की तुलना में 2 मी. कम है। धोलावाड डेम पर वर्तमान में शहर के लिए तीन माह का पानी उपलब्ध है। निगम आयुक्त ने बताया कि शहर में प्रतिदिन धोलावाड़ डेम से 34 मिलियन लीटर प्रतिदिन जलापूर्ति की जा रही है।
कनेरी डेम से पानी लाने की संभावना
बैठक में शहर के लिए वैकल्पिक पेयजल स्रोत कार्य योजना के तहत कनेरी डेम से पानी लाने की संभावना पर विचार किया गया जिसके बारे में बताया गया कि वर्तमान में कनेरी डैम में 10 एमसीएम पानी उपलब्ध है, इसमें से 8 एमसीएम पानी उद्योगों के लिए रिजर्व है। कनेरी डैम के अलावा अन्य वैकल्पिक स्रोत भी हो सकते हैं जिन पर विचार किया गया। इस संबंध में कलेक्टर द्वारा गंभीरता से कार्य योजना बनाने के लिए निर्देश दिए गए।
यह थे मौजूद
बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट, शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी अरुण पाठक तथा जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यांत्रिक एन.के देव उपस्थित थे।