सामाजिक सरोकार : शहर के ट्रेड यूनियन संगठनों ने किया शहीदों को नमन, जसविंदर सिंह ने कहा – “स्थितियों में कोई बदलाव नहीं”
⚫ 16 जुलाई 1946 के शहीद जिंदाबाद के लगे नारे
⚫ सामंत शाही सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए किया था विशाल आंदोलन
⚫ तत्कालीन व्यवस्था ने गोली चलाकर मांगीलाल सूरजमल, दसाओ ठाकुर, नसीर बांसवरावाल, मंगल सिंह, अब्दुल रशीद 5 श्रमिकों की कर दी बर्बरता पूर्वक हत्या
हरमुद्दा
रतलाम, 17 जुलाई। 16 जुलाई 1946 के शहीद जिंदाबाद के नारे लगे। शहर सराय स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। संयुक्त समिति अध्यक्ष अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा आज ही के दिन 78 वर्ष पूर्व शहर के मजदूर किसानों ने मिल बंदी, महंगाई और राशन में कटौती के विरुद्ध तत्कालीन पूंजीवादी, सामंत शाही सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए एक विशाल आंदोलन किया था। मजदूर किसानों के इस आंदोलन को बर्बरता पूर्वक दबाया गया। तत्कालीन व्यवस्था ने गोली चलाकर मांगीलाल सूरजमल, दसाओ ठाकुर, नसीर बांसवरावाल, मंगल सिंह, अब्दुल रशीद 5 श्रमिकों की बर्बरता पूर्वक हत्या कर दी।
श्रम संगठनों की संयुक्त समिति अध्यक्ष अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने बताया कि प्रतिवर्ष शहर के ट्रेड यूनियन संगठनों द्वारा शहीदों को नमन किया जाता है।
स्थितियों में कोई बदलाव नहीं : जसविंदर
आयोजन में वरिष्ठ कॉमरेड जसविंदर सिंह ने कहा कि आजादी के 78 वर्ष बीतने के बाद भी स्थितियां में कोई बदलाव नहीं आया है आज भी महंगाई राशन एवं रोजगारों की कमी है, जो की चिंता का विषय है। वर्तमान में सरकार द्वारा निरंतर प्राइवेटाइजेशन एवं पूंजीपतियों को लाभ देने के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं। इससे अमीर और अमीर हो रहा है। गरीब और गरीब हो रहा है। इस अवसर पर वरिष्ठ कॉमरेड एम एल नागावत, चरणसिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
करवाई उपस्थिति दर्ज
श्रद्धांजलि सभा में एम आर यूनियन के अविनाश पोरवाल, रविन्द्र शर्मा, पेंशनर्स संघ के कीर्ति शर्मा सीटू के संजय व्यास, सज्जन मिल संघर्ष समिति के कॉम मदनलाल यादव, सहित विभिन्न ट्रेंड यूनियन साथी ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।