झमाझम बदरा : लंबी खेंच के बाद रतलाम में 3 घंटे में साढ़े पांच इंच से अधिक बरसे मेघा, नजर नहीं आए सुध लेने वाले जिम्मेदार
⚫ सर्वाधिक बारिश 180 मिमी बाजना क्षेत्र में
⚫ सबसे कम 11 मिमी पिपलोदा क्षेत्र में
⚫ औसत बारिश ढाई इंच
⚫ गत वर्ष से 8 इंच अभी भी पीछे
हरमुद्दा
रतलाम, 26 जुलाई। गुरुवार की दोपहर बाद मेघ जमकर बरसे। झमाझम बारिश नहीं होने से परेशान आमजनों को राहत मिली, मगर कई क्षेत्रों में जल जमाव के चलते मुसीबत भी झेलना पड़ी। सर्वाधिक बारिश बाजना क्षेत्र में 180 मिमी हुई तो सबसे कम पिपलोदा क्षेत्र में 11 मिमी दर्ज की गई। गत वर्ष की तुलना में अभी भी जिले में 216 मिमी बारिश कम है।
लंबी खेंच के बाद गुरुवार को मुखर हुए मेघा ने चारों ओर पानी ही पानी कर दिया। शहरवासी खासे परेशान हुए मगर जिम्मेदारों की सेहत पर कोई असर नजर नहीं आया। फील्ड में कोई भी जिम्मेदार नहीं दिखे। परेशान लोग वीडियो बना बनाकर सोशल मीडिया पर डालते रहे लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं था।
3 घंटे में साढ़े पांच इंच रतलाम में बरसे मेघ
गुरुवार दोपहर के बाद 3:45 बजे से बारिश का सिलसिला जो शुरू हुआ 6:45 बजे तक 3 घंटे में झमाझम बारिश ने साढ़े पांच इंच का आंकड़ा पार कर लिया। फिर रुक-रुक कर बारिश होती रही। इस तरह 151 मिमी बारिश शुक्रवार सुबह 8:00 तक दर्ज हुई। सर्वाधिक बारिश बाजना क्षेत्र में 180 मिमी दर्ज हुई है। तो सबसे कम पिपलोदा क्षेत्र में 11 मिमी बारिश दर्ज की गई। आलोट में 41 मिमी, जावरा में 18 मिमी, ताल में 18 मिमी, रावटी में 90.50 मिमी, सैलाना में 30 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस तरह जिले में कुल 67.44 बारिश दर्ज की गई। जिले में 1 जून से अब तक 359.13 बारिश दर्ज हुई है जबकि गत वर्ष इस अवधि तक 575.75 बारिश दर्ज हुई थी। इस तरह गत वर्ष के मुकाबले जिला 216 मिमी बारिश पीछे है।
बारिश में बाजना अव्वल तो पिपलोदा पिछड़ा
1 जून अब तक जिले में हुई बारिश में बाजना अव्वल है तो पिपलोदा पिछड़ गया है। बाजना में सर्वाधिक बारिश 592 मिमी दर्ज की गई है जबकि सबसे कम 172 मिमी बारिश पिपलोदा में दर्ज हुई है। बारिश के मामले में रतलाम दूसरे नंबर पर है यहां पर 432 मिमी बारिश दर्ज हुई है। आलोट में 307, जावरा में 298, ताल में 241, रावटी में 399 और सैलाना में 432 मिमी बारिश दर्ज हुई है।