प्रशासनिक निरीक्षण : बच्चों की सुरक्षा के मामलों में कोचिंग सेंटर फेल, बच्चों के अभिभावक भी हैं बेखबर
⚫ तहसीलदार ऋषभ ठाकुर सहित अन्य ने किया चार कोचिंग सेंटर का निरीक्षण
⚫ फायर सिस्टम लगे मगर एक्सपायरी डेट नहीं
⚫ आकस्मिक स्थिति में निकलने के लिए नक्शा सुविधा नहीं
⚫ सख्त लहजे में कोचिंग सेंटर संचालकों को दिए निर्देश
हरमुद्दा
रतलाम, 3 अगस्त। बच्चों की सुरक्षा के मामले में शनिवार को प्रशासनिक निरीक्षण में कोचिंग सेंटर फेल हो गए। मजेदार बात तो है कि अभिभावक भी सुरक्षा के मामलों से बेखबर हैं। शनिवार को जब तहसीलदार ऋषभ ठाकुर निरीक्षण करने पहुंचे तो लापरवाही का आलम नजर आया। फायर सिस्टम तो लगे हुए थे मगर एक्सपायरी डेट नहीं थी। यानी कि वे केवल दिखावे के लिए ही थे, काम के नहीं। कोचिंग सेंटर से आकस्मिक स्थिति में निकलने के लिए नक्शा सुविधा और अलार्म भी नदारत रहे।
कलेक्टर राजेश बाथम के निर्देश पर शहर के पटरी पार क्षेत्र में संचालित चार कोचिंग सेंटर का प्रशासनिक दल के तहसीलदार ऋषभ ठाकुर और पटवारी कपिल चौबे ने निरीक्षण किया। 80 फीट रोड पर शिक्षा रत्न और कौटिल्य एकेडमी कोचिंग सेंटर तथा साक्षी पेट्रोल पंप के पास सफल एवं संस्कार कोचिंग सेंटर का निरीक्षण किया गया।
बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे पर कोचिंग सेंटर फेल
सभी कोचिंग सेंटर बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे पर फेल हो गए। फायर सिस्टम तो लगा रखे, मगर एक्सपायरी डेट नहीं थी। इससे स्पष्ट पता चलता है कि केवल दिखावे के लिए ही लटकाए गए थे। बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को नजर अंदाज कर दिया गया। इससे भी खास बात तो यह थी कि आकस्मिक स्थिति में बच्चों को निकासी की समुचित ना तो व्यवस्था नजर आई और नहीं कहीं नक्शे नजर आए। आकस्मिक स्थिति में बच्चे कहां से निकलेंगे। आग लगे या अन्य स्थिति में अलार्म भी कहीं नजर नहीं आए, ताकि अलार्म बजे और लोग बचाव के लिए आ सके। सभी कोचिंग सेंटर करीब 400 परिवारों के 700 से अधिक बच्चे अध्ययन करने के लिए आ रहे हैं।
विद्यार्थियों की जान के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं
तहसीलदार ठाकुर ने सख्त लहजे में कोचिंग सेंटर के संचालकों को निर्देश दिए हैं कि बच्चों की सुरक्षा के लिए यह लापरवाही ठीक नहीं है। तत्काल दोनों मुद्दे को ठीक करें। विद्यार्थियों की जान से खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं होगा। कोचिंग सेंटर का संचालन करना है तो नियमों का पालन करें।