मामला तलब फूटने का: खोकराकलां में चल रहे सर्वे का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर
हरमुद्दा
शाजापुर, 30 जुलाई। विगत दिवस जिले के ग्राम खोकराकलां में तालाब की पाल फूंटने से जलभराव के कारण हुए नुकसान का चल रहे सर्वे कार्य का निरीक्षण करने कलेक्टर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत पहुंचे। इस दौरान क्षेत्र के विधायक कुणाल चौधरी भी मौजूद थे। जलभराव से पीड़ितों को 50-50 किलोग्राम गेहूं भी वितरित किया गया।
कलेक्टर डॉ. रावत ने यहां के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का अवलोकन किया। बाढ़ के पानी से स्वास्थ्य केन्द्र का आधे से अधिक भवन डूब गया था। सारी दवाईयां और सामग्रियां पानी में पूरी तरह डूब गई थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थाएं सूचारू कर दी गई है।
लोगों का हो रहा उपचार
यहां के चिकित्सक डॉ. केके सोनकर एवं आयुष चिकित्सक डॉ. मोनिका सोनी ने कलेक्टर को हुए नुकसान के बारे में बताया। वही उन्होंने अवगत कराया कि स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा लोगों के उपचार का कार्य शुरू कर दिया गया है। कलेक्टर ने इसके बाद बाढ़ से पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की। उन्होंने तहसीलदार को सभी पीड़ितों के राजस्व पुस्तक परिपत्र अनुसार आर्थिक सहायता के प्रकरण तैयार करने के निर्देंश दिए। साथ ही उन्होंने पीड़ितों के लिए स्कूल भवन खुलवाने एवं भोजन के पैकेट वितरित करने के निर्देश दिए।
संबंधित विभागों द्वारा कार्यवाही
विधायक श्री चौधरी भी ग्राम खोकराकलां में मौजूद थे। उन्होंने भी पीड़ितों से मुलाकात की और बताया कि राज्य सरकार द्वारा सतत् मानिटरिंग की जा रही है। स्थानीय शासकीय उचित मूल्य की दुकान से बाढ़ पीड़ित प्रत्येक परिवार के लिए 50-50 किलोग्राम गेहूं का वितरण भी किया गया। ग्राम में जनजीवन पटरी पर लाने के लिए तथा ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संबंधित विभागों द्वारा युद्ध स्तर पर कार्यवाही की जा रही है। विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सेवाएं बहाल करने के लिए लाईने जोड़ने का काम किया जा रहा है।
यह थे साथ
इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी वीपी सिंह, जनपद पंचायत सीईओ सिद्धगोपाल वर्मा, तहसीलदार राजाराम करजरे, खाद्य निरीक्षक मनोज शुक्ला, नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक हेमन्त तलेगांवकर, नायब तहसीलदार शत्रुघ्न चतुर्वेदी भी उपस्थित थे।