सामाजिक सरोकार : जीवन तो बच्चों के लिए समर्पित था ही मृत्यु उपरांत देह भी विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए सौंप गई शिक्षिका खन्ना
⚫ अनेक उपलब्धि हासिल कर जुड़ी रही समाज सेवा से श्रीमती खन्ना
⚫ परिजन को सौंपा प्रशस्ति पत्र
हरमुद्दा
रतलाम, 8 अगस्त। ताउम्र बच्चों से लेकर बड़ों तक सद्भावना संस्कार का सबक सिखाने वाली शिक्षिका अनंत यात्रा पर जाते-जाते भी समाज को सामाजिक सरोकार की सीख दे गई। जीवन तो बच्चों के लिए समर्पित था ही मृत्यु उपरांत देह भी विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए सौंप गई।
समाजसेवी गोविंद काकानी ने हरमुद्दा को बताया कि श्रीमती संतोष खन्ना का देवलोक गमन हो गया। विगत अनेक वर्षों से वे दिव्यांग सुपुत्र देवेंद्र कपूर पूर्व शिक्षक के पास रतलाम में रह रही थी। मरणोपरांत देहदान के साथ नेत्रदान के लिए उनका भौतिक शरीर डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय रतलाम को उनकी अंतिम इच्छा अनुरूप सौंपा गया।
अनेक उपलब्धि हासिल कर जुड़ी रही समाज सेवा से श्रीमती खन्ना
श्रीमती खन्ना अपने जीवन काल में तो अनेक उपलब्धियां प्राप्त कर समाज सेवा से जुड़ी रही और अपने अंतिम काल में भी अनुकरणीय कार्य कर गई। रतलाम नगर में इस वर्ष काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के माध्यम से अनेक देह विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए मेडिकल कॉलेज को मिली है।
इन सबका रहा सक्रिय सहयोग
नेत्रदान भी मेडिकल कॉलेज नेत्र विभाग के द्वारा सहयोग से किए गए| तत्पश्चात देहदान के लिए मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अनीता मूथा, डॉक्टर जितेंद्र गुप्ता एनाटॉमी विभाग के प्रभारी, डॉक्टर राजेंद्र सिंगरोले के सहयोग से डॉक्टर लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज रतलाम को सौंपी गई। शहर में नेत्रदान व देहदान दोनों एक साथ की प्रक्रिया को संपन्न करने के लिए समाजसेवी, संभागीय अंगदान प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति सदस्य व काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी, समाजसेवी गोवर्धनलाल वरधानी, परिवार सदस्य छोटे भाई के के खन्ना, बहन नीलम कपिल, भाई राजेंद्र परमार, रविंद्र परमार, भतीजा मनीष परमार, अरुण कुमार, सुमन खन्ना, मनीष राव, कृष्ण राव ,राजेंद्र राव, दशरथ राव ,शैलेश परमार, नीलेश शुक्ला का सक्रिय सहयोग रहा।
परिजन को सौंपा प्रशस्ति पत्र
अंतिम यात्रा आनंद भवन, राजपूत बोर्डिंग शास्त्री नगर से पंडित भवानी शंकर शर्मा के शांति पाठ एवं सिख गुरुद्वारा के ज्ञानी मानसिंग द्वारा सरोपा एवं पुष्पहार समर्पित कर रवाना हुई। मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर देहदान एवं नेत्रदान की संपूर्ण प्रक्रिया पूरी हुई। परिवार को मेडिकल कॉलेज डीन डॉक्टर मूथा व समाजसेवी श्री काकानी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस पुनीत कार्य में मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग प्रभारी डॉ. रिशेद्र सिसोदिया, डॉ. पवन शर्मा, डॉ. महेंद्र चौहान, डॉ. विजय सिंह चौहान, डॉ. अनिल पटेल, डॉक्टर शिव प्रकाश वैष्णव, डॉ. प्रवीण भारती, पुनीत शर्मा, छोगालाल प्रजापत, सुनील महावर नेत्र विभाग से टेक्नीशियन विनोद कुशवाहा, हैप्पी पीटर, राजवंत एवं स्टाफ का सराहनीय सहयोग रहा।