सामाजिक सरोकार : प्राथमिक शिक्षक है भविष्य का निर्माता
⚫ शिक्षक दिवस सम्मान समारोह में डॉ. ललिता मरमट ने कहा
⚫ श्री महर्षि श्रृंग विद्यापीठ में छात्रों ने लगाई प्रदर्शनी
हरमुद्दा
रतलाम, 5 सितंबर। शिक्षक विद्यार्थी के जीवन निर्माण की आधारशिला तैयार करते हैं। इसलिए प्राथमिक शिक्षक भविष्य निर्माता कहा जाता है। जीवन में अनुशासन में रहकर ही विद्यार्थी सफलता प्राप्त कर सकता है।
यह विचार शासकीय कला एवं महाविद्यालय रतलाम की प्राध्यापक डॉ. ललिता मरमट ने ब्राह्मणवास स्थित श्री महर्षि श्रृंग विद्यापीठ में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। डॉ. मरमट ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन अच्छे शिक्षक थे। इसलिए उनका जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
शिक्षिकाओं का किया सम्मान
विद्यापीठ अध्यक्ष कन्हैयालाल तिवारी ने शिक्षक की महत्ता पर प्रकाश डाला। प्रारंभ में मां सरस्वती एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। स्वागत उद्बोधन सहसचिव सतीश त्रिपाठी ने दिया। अतिथि का स्वागत प्रधानाध्यापिका आकांक्षा शर्मा ने किया। संचालन शिक्षिका अर्पण राठौर ने किया। इस अवसर पर सभी शिक्षिकाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में विद्यापीठ के संरक्षक लेहरुलाल व्यास, सचिव गोपालकृष्ण व्यास, सदस्य अनिल पांड्या उपस्थित थे।
पर्यावरण एवं बेटी पढ़ाओ का दिया संदेश
शिक्षक दिवस समारोह अंतर्गत विद्यापीठ में समस्त कक्षाओं के विद्यार्थियों ने अपने-अपने कक्ष में प्रदर्शनी लगाई, जिसमें पर्यावरण , स्वच्छता, जल बचाओ , बेटी पढ़ाओ आदि का वर्णन कर प्रस्तुतिकरण दिया। समस्त कक्षाओं में गीत भी विद्यार्थियों ने अलग-अलग प्रस्तुत किए।