धर्म संस्कृति : सामूहिक श्राद्धकर्म में गौ-मुख से आए गंगाजल द्वारा होगा पितृ को तर्पण
⚫ जिला स्तरीय आयोजन में 1 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे
⚫ तैयारियों को दिया जा रहा है अंतिम रूप
हरमुद्दा
रतलाम 1 अक्टूबर। रतलाम में सर्वपितृ दर्श अमावस्या पर गौ-मुख से मंगवाए गए गंगाजल, महांकाल उज्जैन से आए पूजा के पान, कामधेनु गौशाला के पंचामृत से हजारों हाथों द्वारा सामूहिक श्राद्धकर्म किया जाएगा । भक्तों के लिए जोधपुर से महाप्रसादी आयी है । जिला स्तरीय सामूहिक श्राद्धकर्म में 1 हजार से अधिक नागरिक शामिल होकर विधि-विधान से सर्वपितृ दर्श अमावस्या महालय श्राद्ध बुधवार को करेंगे।
आयोजक – श्री योग वेदांत सेवा समिति, युवा सेवा संघ. महिला उत्थान मंडल एवं मांगल्य मंदिर धर्मक्षेत्र द्वारा संतश्री वाटिका, चंपाविहार, सागोद रोड़ पर बुधवार, 2 अक्टूबर को प्रातः 9 बजे से सामूहिक श्राद्ध कर्म विद्धान एवं संयमी ब्राह्मणों के मार्गदर्शन में विधि-विधान से आयोजित होगा । सामूहिक श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए रतलाम जिला सहित समस्त जिलों से भी श्रद्धालुओं ने शामिल होने के लिए अपना पंजीयन करवाया है । श्राद्धकर्म में गौमुख गंगोत्री से विशेष रूप से मंगवाया गया गंगाजल का उपयोग होगा । भक्तों के लिए जोधपुर से महाप्रसादी आयी है ।
तैयारियों को अंतिम रूप
आयोजन की तैयारियों को अंतिम रुप देने के लिए मंगलवार को बैठक रखी गई। बैठक में सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 23 समितियों के प्रमुख को आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया । कार्यक्रम में प्रसाद स्वरुप कुबेर की पोटली का वितरण भी किया जाएगा, जिन्हें तैयार किया गया। श्राद्ध कर्म में लगने वाली आवश्यक सामग्री कार्यक्रम स्थल पर निःशुल्क उपलब्ध रहेगी। श्राद्ध कर्ता अपने साथ धोती, गमछा व धामा (परात) लाएं । सभी श्राद्ध कर्ताओ के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी रहेगी।