अनुकरणीय पहल: खेल अनुदेशकों को दे रहे ग्वालियर में खेलों का प्रशिक्षण
हरमुद्दा
ग्वालियर/ रतलाम, 3 अगस्त। प्रदेश के खेल अनुदेशकों को बारी-बारी से खेलों का प्रशिक्षण देने की अनुकरणीय पहल शुरू हुई है। खेल और खेल मैदान से दूरी बनाने वालों का नाता का बार फिर खेलों से जोड़ दिया है। ग्वालियर में प्रदेश के चयनित खेल अनुदेशक उत्साह, उमंग और जोश के साथ हरेक खेल में पारंगत हो रहे हैं।
आदिम जाति कल्याण विभाग मध्यप्रदेश ने अपने खेल शिक्षकों की स्पेशल कोचिंग क्लासेस ग्वालियर के एलएनसीपी फिजिकल कॉलेज में शुरू की है।
15 दिवसीय प्रशिक्षण रखकर अनुकरणीय पहल की है।
आयुक्त की दिलचस्पी
इस सफल आयोजन के पीछे निश्चित आयुक्त दीपाली रस्तोगी की विशेष दिलचस्पी रही है। तभी तो खेल प्रशिक्षण का पहला शिविर शुरू हुआ है। मध्य प्रदेश राज्य खेल अधिकारी आदिम जाति कल्याण विभाग भोपाल के घनश्याम साहू की अच्छी पहल रही है। पहले ट्रिप में 50 खेल शिक्षकों को ग्वालियर भेजा गया है। आगामी 24 अगस्त से दूसरे प्रशिक्षण शिविर में 100 खेल शिक्षक भाग लेंगे।
यह ले रहे प्रशिक्षण
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर के इस फिजिकल कॉलेज में प्रशिक्षण ले रहे हैं। रतलाम जिले के बाजना खेल परिसर के अनुदेशक चंद्रशेखर लश्करी, महेंद्र देवड़ा बेतूल से चार खेल अनुदेशक गुड्डू सिंह का कोडिया, रविकांत देशमुख, अशोक चणैकार एवं कमलेश पाटिल शामिल हैं।
एशिया का अव्वल
श्री लश्करी ने “हरमुद्दा” से चर्चा में बताया कि मध्यप्रदेश के अन्य जिलों से खेल अनुदेशक एकत्रित हुए हैं। यहां की अंतरराष्ट्रीय फील्ड देखकर सारे खेल अनुदेशक अचंभित है। वास्तव में एशिया का अव्वल फिजिकल कॉलेज बहुत ही सुंदर है। मनमोहक एवं अनुशासन के नाम से बहुत प्रसिद्ध है।