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दिलचस्प सरोकार : मालवा की धारा पर 650 साल के बाद स्मरण शक्ति का अद्भुत आयोजन 20 अक्टूबर को

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विज्ञान को ललकारेंगे जैन मुनि श्री चंद्रप्रभ चंद्र सागर जी महाराज साहब

चंपा विहार में होगा आयोजन सुबह 9:00 से

देश का तीसरा अनूठा और उम्दा आयोजन रतलाम की धर्म ध्यान धरा पर

श्री देवसूर तापगच्छ चारथुई जैन श्री संघ गुजराती उपाश्रय एवं श्री ऋषभदेव केशरीमल जैन श्वेतांबर पेढ़ी रतलाम महाशतावधान समिति के बैनर तले आयोजन

हरमुद्दा
रतलाम, 14 अक्टूबर। ज्ञान विज्ञान भी अद्भुत स्मरण शक्ति के आगे नतमस्तक है। ऐसे महाशतावधानी जैन मुनि श्री चंद्रप्रभ चंद्र महाराज साहब के सान्निध्य में रतलाम की धरा पर अद्भुत आयोजन 20 अक्टूबर को होगा। श्री देवसूर तापगच्छ चारथुई जैन श्री संघ गुजराती उपाश्रय एवं श्री ऋषभदेव केशरीमल जैन श्वेतांबर पेढ़ी रतलाम महाशतावधान समिति के बैनर तले मालवा की धर्म ध्यान धरा पर करीब 650 साल के बाद चंपा विहार में होने वाले उम्दा आयोजन की तैयारी अंतिम चरणों में है।

यह जानकारी तपोनिधि आचार्य देव श्री नयचंद्रसागर सूरीश्वरजी मसा एवं सहस्रावधानी परम पूज्य गणिवर्य श्री अजीतचंद्र सागर जी मसा ने पत्रकार वार्ता में दी। देश का तीसरा अनूठा उम्दा आयोजन रतलाम की धरा पर होना अपने आप में गौरव की बात है। मुनि श्री ने बताया कि वर्तमान समय में ज्ञान विज्ञान भी कहता है कि साधारण मनुष्य एक साथ पांच या 10 चीज याद रख सकता है, मगर जब इससे ज्यादा याद रखने की बारी आती है तो वह भूल जाता है या फिर वह क्रमशः याद नहीं रख पाता है। अपनी स्मरण शक्ति को जागृत करने का अनूठा तरीका वर्तमान में सभी को अपनाना चाहिए।

ताकि बच्चों की स्मरण शक्ति रहे मजबूत

श्री देवसूर तापगच्छ चारथुई जैन श्री संघ गुजराती उपाश्रय एवं श्री ऋषभदेव केशरीमल जैन श्वेतांबर पेढ़ी रतलाम महाशतावधान समिति के बैनर तले हुई पत्रकार वार्ता में विनोद मूणत ने बताया कि जब 1 मई 2024 को मुंबई में सहस्रावधानी परम पूज्य गणिवर्य श्री अजीतचंद्र सागर जी मसा आयोजन हुआ था, तब विश्व के 140 देश में लाइव प्रसारण किया गया था। 10000 से अधिक लोगों से खचाखच भरे आयोजन स्थल पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद थे।

परम पूज्य गणिवर्य श्री अजीतचंद्र सागर जी मसा

उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र के सभी स्कूलों में ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाएगा, ताकि बच्चों की स्मरण शक्ति मजबूत हो। इसी तरह मैसूर में 5000 लोगों के बीच आयोजन हुआ था। 100 प्रश्न उत्तर याद रखने वाले आयोजन को शतावधानी कहते हैं, वहीं इससे अधिक को महाशतावधानी तथा और इससे अधिक को सहस्रावधानी कहते हैं।

अलौकिक शक्ति से करवाएंगे परिचित

जैन मुनि श्री चंद्रप्रभ चंद्र सागर

शिविर के लाभार्थी श्रीमती शांता कुमारी इंदरमल जैन वकील साहब है। जन सरोकार रखते हुए शिविर का अद्भुत आयोजन हो रहा है। तपस्या साधना और आत्म बल की बदौलत जैन मुनि श्री चंद्रप्रभ चंद्र सागर जी मसा चंपा विहार में 20 अक्टूबर को सुबह 9 से होने वाले आयोजन में 2000 लोगों के समक्ष अपनी अलौकिक स्मरण शक्ति से परिचित करवाएंगे। पहले सभी लोग क्रमशः प्रश्न करेंगे। 200 प्रश्न पूर्ण होने के पश्चात मुनि श्री क्रमवार उनके उत्तर बताएंगे। इतना ही नहीं इस दौरान अन्य घटनाएं भी घटित होगी, जिन्हें वे याद रखते हुए अपनी दिव्य स्मरण शक्ति से रूबरू करवाएंगे।

5000 से अधिक छात्र-छात्राएं हो चुके प्रशिक्षित

वर्तमान दौर में मनुष्य विस्मरनशील हो रहा है। हर चीज और हर काम के लिए वह पराधीन हो गया है। देखा जाए तो वर्तमान दौर में छोटे और बड़े सभी अल्जाइमर और पार्किसंस जैसे असाध्य मानसिक रोगों से प्रभावित हो रहे है। स्मरण शक्ति क्षीण हो रही है ऐसे में जरूरत है कि व्यक्ति ऐसे शिविरों से लाभ लें। गणिवर्य ने बताया कि श्री सरस्वती साधना रिसर्च फाउंडेशन के माध्यम से अब तक 5000 से अधिक छात्र-छात्राएं प्रशिक्षित हो चुके हैं। उनकी स्मरण शक्ति काबिले तारीफ है। 16 से 25 साल की उम्र तक के बच्चे प्रतिदिन यदि एक घंटा भी इसका अभ्यास करें तो 36 दिन में स्मरण शक्ति को बढ़ा सकते हैं वहीं इससे अधिक उम्र वाले हो व्यक्ति 72 दिन में सफलता हासिल कर सकते हैं।

यह थे मौजूद

अध्यक्ष श्री मूणत आभार व्यक्त करते हुए

पत्रकारवार्ता के दौरान अध्यक्ष विनोद मूणत, राजेंद्र खाबिया, ललित पोरवाल, अभय लुनिया, अशोक भणावा, राजेश सुराना अभय बोहरा, उत्तम कटकानी, श्रीपाल भंडारी सहित अन्य मौजूद थे। संचालन राजेंद्र खाबिया ने किया। आभार विनोद मूणत ने माना।

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