साहित्यकार, समाजसेवी, खिलाड़ी, शिक्षाविद और पत्रकार को मिला सम्मान तो गूंजी करतल ध्वनि
हरमुद्दा
रतलाम, 5 अगस्त। स्थानीय लायंस हाल में हुए स्व. अकबर अली आरिफ स्मृति समारोह में जब साहित्यकार, समाजसेवी, खिलाड़ी, शिक्षाविद और पत्रकार को रतलाम रत्न से सम्मानित हुए, तब हाल करतल ध्वनि से गूंज उठा।
सम्मान समारोह के मंच पर मुख्य अतिथि विधायक चैतन्य काश्यप, महापौर डॉ.सुनीता यार्दे, विनोद मिश्रा मामा, मुस्तफा आरिफ, मुख्य वक्ता अजहर हाशमी आसीन थे।
स्मृति चिह्न व प्रमाण पत्र भेंटकर किया सम्मान
आयोजन में साहित्य के क्षेत्र से वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. अजहर हाशमी, समाजसेवा के क्षेत्र से गोविन्द काकानी, खेल से अश्विनी शर्मा, पत्रकारिता से आरिफ कुरैशी, शिक्षा के क्षेत्र से रेखा शास्त्री तथा आरिफ परिवार के वयोवृध्द सदस्य नजमुद्दीन आरिफ को रतलाम रत्न के सम्मान से सम्मानित किया। वरिष्ठ शिक्षाविद स्व.भंवरलाल भाटी का मरणोपरांत रतलाम रत्न का सम्मान वैदेही कोठारी ने प्राप्त किया। सभी का स्मृति चिह्न व प्रमाण पत्र भेंट किए।
सम्मान की सार्थकता दिल से
सम्मान तो दिल से होता है। दल या बल से सम्मान नहीं होता है। वैसे सम्मान तो वाणी, विचार, भावना, शब्द, अलंकरण, व्यवहार से होता है। सम्मान की सार्थकता केवल दिल से होती है। खास बात तो जो दिलदार होते हैं, वही सम्मान करते हैं।
▪अजहर हाशमी, मुख्य वक्ता
घर में सम्मान मिलना महत्वपूर्ण
व्यक्ति का सम्मान पूरी दुनिया में हो जाए, तो उसे वह सुख नहीं देता है, जो सम्मान अपने शहर वाले अपने हाथों से करते हैं। उसके सामने शेष सभी सम्मान गौण हो जाते हैं। गृह नगर का सम्मान महत्वपूर्ण है।
▪चेतन्य काश्यप, मुख्य अतिथि
हीरे को होता काफी कष्ट
हीरा बनने की प्रक्रिया काफी कठिन है। काफी काट छाट होती है। काफी घिसाता है। तब जाकर वह हीरा बनता है। अपनी चमक से अभिभूत करता है। रतलाम रत्न से सम्मानित सभी काफी संघर्ष के बाद रत्न बने हैं।
▪सुनीता यार्दे, अध्यक्षता
अतिथियों का किया स्वागत
अतिथियों एवं सम्मानित होने वालों का स्वागत डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, शरद जोशी, रशीदा आरिफ, राजेश जैन, आनंदीलाल गांधी,अजमुन निशा मुस्तफा, पीरूलाल डोडिया, जोएब आरिफ ने किया। अध्यक्षीय उद्बोधन समिति अध्यक्ष मुस्तफा आरिफ ने दिया। संचालन यूसुफ जावेदी ने किया। आभार समिति सचिव तुषार कोठारी ने माना।
“हरमुद्दा” के लिए छायाकार – लगन शर्मा