न्यास का रजत जयंती वर्ष: ब्रह्म धनुष के तीर से कुरीतियों का संहार कर सुरीतियों का करें प्रचार: राष्ट्रीय कवि सत्तन
हरमुद्दा
रतलाम, 17 सितंबर। सात रंगों से मिलकर सुंदर इंद्रधनुष बनता है तो फिर हम सप्त ऋषि की संतान मिल जाएंगे तो ब्रह्म धनुष बनेगा। ब्रह्म धनुष से तीर चलाकर कुरीतियों का संहार कर सुरीतियों का प्रचार करें। ब्राह्मणों के पास वेद की पूंजी है। ब्राह्मणों के पास आत्म सम्मान के अलावा कुछ भी नहीं है। ब्राह्मण याचक नहीं होता है। मांगने नहीं आया हैं। वह तो सिर्फ ज्ञान देने आया है।
यह विचार राष्ट्रीय कवि एवं पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन ने व्यक्त किए। श्री सत्तन ब्राह्मण समाज छात्रवृत्ति एवं आर्थिक सहायता न्यास के रजत जयंती वर्ष के प्रतिभा सम्मान एवं छात्रवृत्ति वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
लायंस हाल में हुए अयोजन में राष्ट्रीय कवि श्री सत्तन, क्रिकेटर मदनलाल शर्मा, सर्व ब्राह्मण संगठन इंदौर के अध्यक्ष आनंद पुरोहित एवं रतलाम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने प्रतिभावान विद्यार्थियों, पत्रकारों का सम्मान कर छात्रवृत्ति वितरण किया।
मंच पर न्यास के अमर सारस्वत, अनुराग लोखंडे, अतिथि श्री पुरोहित के इंदौर से आए मित्र संदीप जोशी एवं मयूर मिश्रा भी मौजूद थे।
कभी भी उन्नति के सोपान नहीं खोजें ब्राह्मणों ने: राष्ट्रीय कवि सत्तन
श्री सत्तन ने कहा शास्त्र में से “आ” की मात्रा निकालेंगे तो शस्त्र होगा। “आ” की मात्रा “डंडा” है। यानी कि बल और बुद्धि दोनों ब्राह्मण के पास ही है। ब्राह्मणों ने कभी भी अपनी उन्नति के सोपान नहीं खोजें है। भौतिक सुख की बजाय आत्मिक सुख को बल दिया है। ब्राह्मण सदा संतोषी ही रहा है। ब्राह्मणों का प्रहार हमेशा से आतताइयों पर ही हुआ है। उसने कभी भी क्षत्रियों को नहीं मारा। अभिभावकों से कहा कि आप अपने बच्चों को शिक्षा दें। संस्कार दें। व्यवहार दें। परोपकार दें।
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क्रिकेटर मदनलाल शर्मा ने दिए प्रतिभाओं व अभिभावकों को टिप्स
◼ सही दिशा में सफलता मिलती है।
◼ आलोचना से कभी भी ना घबराएं।
◼ अपने लक्ष्य की ओर बढ़े चलें।
◼ सफलता के लिए अपने आप पर विश्वास रखें।
जीवन में संस्कारी बने रहें। कामयाबी के लिए सुने और जीवन में उतारें। कर्मों का फल जरूर मिलता है। शाहकार की शक्ति भी उत्साह और जोश भरती है। मैंने भी बहुत घी खाया है।
◼ अभिभावक उलझन में ना रहे।
◼ अभिभावक बच्चों की पीछे ना पड़े।
◼ नियमित रूप से सेहत का ध्यान रखें। अभ्यास करें।
◼ जीवन में मैदान और चिकित्सालय दोनों है। अब मर्जी आपकी है आप क्या चाहते हैं? सेहत के व्यायाम करें। आराम करेंगे तो अस्पताल है।
◼ हर दिन प्रार्थना जरूर करें।
◼ मैंने भगवान को देखा है। पूजा है और वे हैं मेरे माता-पिता।
◼ आप भी अपने माता पिता को भगवान की तरह माने।
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समाज सेवा से मिलता है सुकून
ब्राह्मण का उद्देश्य ज्ञान देना और समाज सेवा करना है। हम भी इंदौर में सेवा के कई प्रकल्प चला रहे हैं। घर पर मरीजों की सुविधाओं के लिए उपकरण पलंग, एयर मैट्ट्रेस, व्हील चेयर, सक्शन मशीन, आदि घर के लिए नाम मात्र शुल्क पर दे रहे हैं। साथ हो सामूहिक वैवाहिक आयोजन में प्रति कन्याओं को 5 से 6 लाख का गृहस्थी की सामग्री दी जा रही है। ऐसा करने से मन को काफी सुकून मिलता है।
◼ आनंद पुरोहित, अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण संगठन, इंदौर
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लक्ष्य बनाकर करें पढ़ाई
जीवन में कुछ करने का लक्ष्य बनाकर ही पढ़ाई करना चाहिए। वर्ष भर की पढ़ाई के लिए समयानुसार पढ़ाई योजना बनाएं और अमल करें। तो सफलता निश्चित ही मिलेगी। चाहे आप इंजीनियर, डॉक्टर, चार्टर्ड अकाउंटेंट या फिर कोई और फील्ड का चयन करें।
◼ डॉ. संजय दीक्षित, डीन मेडिकल कॉलेज, रतलाम
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वरिष्ठजनों का किया अभिनंदन
अतिथियों ने वरिष्ठजनों का भी सम्मान किया जिसमें अशोक रेवाशंकर पंड्या, डॉ. एसके शर्मा, शिक्षाविद सुरेंद्र तिवारी, डॉ. डीएन पचौरी है।
अतिथियों का किया स्वागत
अतिथियों का स्वागत अमर सारस्वत, सलिल हरदेकर, नितिन दवे, शरद चतुर्वेदी, जेम्स चाको, सत्येंद्र जोशी, हर्ष दशोत्तर, सुरेश दवे, राजेश डोरिया, राजेश तिवारी ने किया।
दीप प्रज्वलन से शुरुआत
अतिथियों ने मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। अतिथियों के साथ डॉ. लीला जोशी, डीएन पचौरी भी थे। सरस्वती वंदना ज्योति चौधरी, प्रमिला सारस्वत, शशि सारस्वत ने प्रस्तुत की। संस्था परिचय अमर सारस्वत ने दिया। संचालन विनीता ओझा, गिरीश सारस्वत, शरद चतुर्वेदी, हर्ष दशोत्तर ने किया।
मौजूद थे शहर के गणमान्यजन
आयोजन में डॉ. सुलोचना शर्मा, डॉ. गोपाल जोशी, डॉ. स्नेहा पंडित, पुष्पेंद्र जोशी, डॉ. अरुण पुरोहित, राम जोशी, न्यास के सुरेश दवे, त्रिवेणी पौराणिक, प्रभा शर्मा, नीरजा ओझा, शुचिता सारस्वत, डॉ. सत्येंद्र तिवारी, लगन शर्मा, देव प्रकाश शर्मा, डॉ. हितेश पाठक, डॉ. हरी प्रसाद जोशी, श्यामसुंदर सारस्वत, अनिल सारस्वत, श्रेयांश तिवारी, राजेश डारिया, केएल पारीक सहित शहर के गणमान्यजन, अभिभावक, महिलाएं, पुरुष, विद्यार्थी काफी संख्या में मौजूद थे।
🔳 छाया: लगन शर्मा