संगीत जलसा: नाटय गीत, गजल, लावणी की प्रस्तुति ने मनमोहा
हरमुद्दा
रतलाम, 13 अक्टूबर। विट्ठल सुन्दर ते ध्यान उभे विटे वरी, आओ हुजूर तुमको सितारे में ले चलू , काहे तरसाए जियरा, यूंं हसरतों के दाग, ये मौसम है रंगीन, कुहू कुहू बोले कोयलिया, छोड़ दें सारी दुनिया उसी के लिए सहित एक से बढ़कर एक सुगम संगीत, नाटय गीत, गजल, लावणी की प्रस्तुति देकर सौ . सीमा जोशी पुराणिक व कु. प्राची जोशी (मुम्बई) ने उपस्थित श्रोताओं को आनंदित कर दिया।
अवसर था महाराष्ट्र समाज द्वारा आयोजित स्टेशन रोड स्थित समाज भवन में ‘कोजागिरी पौर्णिमा’ उत्सव के अन्तर्गत संगीत जलसा कार्यक्रम का।
माल्यार्पण से शुरुआत
कार्यक्रम के प्रारंभ में कलाकारों द्वारा मांं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। अतिथि परिचय वैदेही फगरे, कल्याणी फगरे (भोपाल) द्वारा दिया गया। तबला पर संगत आदित्य पानवड़कर, हारमोनियम पर संगत केदार भागवत ने दी। कलाकारों का स्वागत शारदा महिला मण्डल अध्यक्ष सुनीता पुरंदरे, उपाध्यक्ष प्रियंका झारे, सचिव कविता कुलकर्णी, कोषाध्यक्ष प्रतीक्षा रामपुरकर, भारती पाटील,स्वाति पंडित, महाराष्ट्र समाज सचिव राजेन्द्र सिद्धेश्वर, प्रभाकर निकम ने किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र समाज ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष शरद फाटक के जन्मदिन पर उनका सम्मान श्रीराम दिवे, विरेन्द्र वाफगांवकर, सुनील पाटिल, अरुण पोटाडे़ द्वारा किया गया। इस अवसर पर समाज के पूर्व ट्रस्टी स्व. शरद पुराणिक (अन्ना ) के जीवन के बारे में अजय फगरे, अनिल धमढेरे एवं महाराष्ट्र समाज अध्यक्ष सुधीर सराफ ने विचार व्यक्त करते हुए उनके द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यो को याद किया।
यह थे उपस्थित
इस अवसर पर रमेश पुराणिक, लता फगरे, विश्वास जोशी, अर्चना काले, महाराष्ट्र समाज उपाध्यक्ष राजेन्द्र वाघ, मिलिन्द करंदीकर, पराग रामपुरकर, वीरेन्द्र कुलकर्णी, श्यामकांत भोरकर, श्याम विन्चुरकर, पदमाकर पागे, नितिन बोरगांंवकर, प्रशांत सरवटे,नितिन तारे, किशोर जोशी सहित समाजजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महेश कस्तूरे ने किया। आभार महाराष्ट्र समाज अध्यक्ष सुधीर सराफ ने माना।