हिमाचल को नशा मुक्त बनाने में सभी लोगों का सहयोग होना जरूरी : राज्यपाल
🔳 अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का शुभारंभ
🔳 चामुर्थी घोड़ों की बिक्री के लिए प्रसिद्ध है यह मेला
हरमुद्दा
शिमला, 11 नवंबर। राज्य के लोग पारंपरिक उत्सवों को बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं। इससे यहां की समृद्ध संस्कृति, रीति-रिवाजों और परंपराओं की झलक दिखती है। हिमाचल को नशा मुक्त बनाने में सभी लोगों का सहयोग होना जरूरी है। यह बात हिमालय के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सोमवार को कहीं। राज्यपाल श्री दत्तात्रेय शिमला के रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेले के शुभारंभ समारोह में उपस्थित थे।
युवा पीढ़ी बर्बाद न हो नशे से
राज्यपाल दत्तात्रेय ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को इसके बुरे प्रभावों से बचाने के लिए अधिक से अधिक एनजीओ को शामिल करके एक बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाना चाहिए। प्रदेश सरकार नशे को लेकर गंभीर है और समूचे प्रदेश को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है।युवाओं को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। प्रदेश सरकार से नशे के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने की मांग की, ताकि प्रदेश में किसी प्रकार की नशे से युवा पीढ़ी बर्बाद न हो।
पुरानी परंपराओं के लिए भी प्रसिद्ध हे लवी मेला
उन्होंने राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और किसानों से सरकार की इस योजना का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को भी और गति देने के लिए कहा। लवी मेले का अपना ऐतिहासिक महत्व है। यह न केवल व्यापारिक गतिविधियों के लिए बल्कि पुरानी परंपराओं के लिए भी प्रसिद्ध है। इस तरह के मेलों से ग्रामीण स्तर तक स्वरोजगार के अवसर मिलते हैं। यह मेला सदियों से भारत और तिब्बत के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापार मेला रहा है। आज भी यह परंपरा उतनी ही जीवंत है जितनी तब थी। चामुर्थी घोड़ों की बिक्री के लिए यह मेला जाना जाता है। राज्यपाल ने किन्नौरी बाजार का भी उद्घाटन किया और विभिन्न सरकारी विभागों और अन्य संगठनों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी में गहरी दिलचस्पी दिखाई।
14 नवंबर तक चलेगा मेला
शिमला जिले के रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का सोमवार को आगाज हो गया। 14 नवंबर तक चलने वाले इस मेले का राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने गुब्बारे छोड़कर विधिवत रूप से शुभारंभ किया।
सत्यनारायण मंदिर में की पूजा पाठ
इससे पहले राज्यपाल ने सत्यनारायण मंदिर में पूजापाठ किया। उन्होंने मेला मैदान में विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियों और किन्नौर मार्केट का निरीक्षण भी किया।
लोक कलाओं की देंगे प्रस्तुतियां
मेले की सांस्कृतिक संध्याओं में पार्श्व गायकों के साथ-साथ प्रदेश के लोक कलाकार और स्कूली बच्चे प्रस्तुतियां देंगे। समापन समारोह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहेंगे जबकि अंतिम सांस्कृतिक संध्या में बॉलीवुड गायक कैलाश खेर अपनी आवाज का जादू बिखेरेंगे।