सीटीआई ने दिया ईमानदारी का परिचय, लाखों का बैग लौटाया यात्री को
🔳 यात्री ए वन कोच में छोड़कर ए टू कोच में बैठा बच्चों के साथ
हरमुद्दा
रतलाम, 14 नवंबर। सोमनाथ जबलपुर एक्सप्रेस में यात्री का रिजर्वेशन ए वन कोच में था, सामान वहां रखा,लेकिन बच्चों के साथ वह ए टू कोच में जाकर बैठ गया। कोच कंडक्टर ने शिकायत पर तलाशी ली और देख के वारिश को ढूंढ निकाला और लाखों का बेग से लौटया।
रेल मंडल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 23 नवंबर को गाड़ी संख्या 11465 सोमनाथ जबलपुर एक्सप्रेस में एसी सीटीआई व कोच कंडक्टर विजय चौधरी रतलाम मंडल को डयूटी के दौरान ए वन कोच में बर्थ संख्या 12 पर दो लावारिस बैग की जानकारी बर्थ संख्या 11 द्वारा दी गई। कुछ समय इंतज़ार के बाद भी जब कोई पैसेंजर बैग लेने नहीं आया तो आरपीएफ स्टाफ द्वारा उस बैग को कुछ यात्रियों की उपस्थिति में खोलकर देखा गया ।
निकले बच्चों के कपड़े, रुपए और जेवरात
बेग की तलाशी करने पर करने पर उसमें नगद, सोने के आभूषण एवं अन्य सामान मिले। बैग में छोटे बच्चों के कपड़े भी थे। तलाशी में स्टाफ द्वारा ए वन एवं ए टू कोच में छोटे बच्चों के साथ यात्रा कर रहे यात्री को ढूंढने पर ए टू में पता चला कि उनके दो बैग कम है। वह यात्री सुरेन्द्र नगर से दाहोद यात्रा कर रहे दाहोद निवासी यात्री हर्षद कुमार निकला। यात्री की पूरी जानकारी लेकर एवं जांच की। पंचनामा बनाकर बैग यात्री को सुपूर्द किया गया। बैग में सोने की 10 चूड़ियां एवं 3 चेन सहित नगद राशि जिनकी कुल कीमत लगभग 3 लाख रुपए है।