लापरवाही बरतने वाले 16 शिक्षकों को दी अनिवार्य सेवानिवृत्ति
हरमुद्दा
भोपाल 01 दिसंबर। अध्यापन में लापरवाही बरतने वाले 16 शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है। मध्यप्रदेश सिविल सर्विसेज (पेंशन) रूल्स के तहत 20/50 के फार्मूले पर सेवानिवृत्ति दी गई है, जिसमें प्रावधान है कि 20 साल की सेवा या 50 वर्ष की आयु पूरी होने पर अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त किया जा सकता है।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने जानकारी दी कि शिक्षा कार्य में लापरवाही बरतने एवं 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट लाने वाले शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है।
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं
उन्होंने कहा कि अध्यापन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर सेवानिवृत्ति की कार्यवाही करने वाला मध्यप्रदेश प्रथम राज्य है। ऐसे शिक्षक, जो या तो पढ़ाना नहीं चाहते या पढ़ाने में अक्षम हैं, उन्हें बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं दी जाएगी।
तब हुई ऐसी कार्रवाई
तीस प्रतिशत से कम रिजल्ट लाने वाले लगभग 6 हजार शिक्षकों की परीक्षा ली गई थी। परीक्षा में फेल शिक्षकों को 2 माह की ट्रेनिंग दी गई। तत्पश्चात पुनः परीक्षा ली गई। इसमें भी फेल होने वाले शिक्षकों को 20/50 के आधार पर अनिवार्य सेवानिवृत्त किया गया।