गायों को आवारा नहीं छोड़े वरन् गायों को आय का बनाएं साधन पालक : श्री भट्ट
🔳 गोपाल पुरस्कार योजना के प्रतियोगियों को पुरस्कार वितरित
हरमुद्दा
शाजापुर, 5 दिसंबर। राज्य सरकार द्वारा गौ-पालन को बढ़ावा देने के लिए ही गोपाल पुरस्कार योजना प्रारंभ की है। गौ-पालको से अनुरोध किया कि गाय को दूध देने तक ही नहीं घर में रखें अपितु हर समय गाय को घर में रखना चाहिए। पशु पालक गायों को आवारा नहीं छोड़े वरन् गायों को आय का साधन बनाएं। दूध का उत्पादन कर नागरिकों को शुद्ध दूध मुहैया कराएं।
यह बात पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष डॉ. बसन्त भट्ट ने कही। श्री भट्ट गौपाल पुरस्कार योजना के तहत प्रतियोगियों को पुरस्कार वितरण के लिए आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
पशु रोगी कल्याण समिति को भेंट किए 5 हजार रुपए पशुपालक ने
इस अवसर पर पशुपालक सुरेन्द्र नवाब ने जिला पशु रोगी कल्याण समिति को अपनी ओर से 5 हजार रुपए का चेक प्रदान किया।
स्वयं गौ माताओं का पालन करें पशु पालक गौशालाओं में नहीं भेजें : सीईओ
जिला पंचायत सीईओ शिवानी वर्मा ने कहा कि नकली या मिलावटी दूध के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर हो रहा है। बच्चो एवं नागरिकों को शुद्ध दूध प्राप्त हो, इसके लिए गौ-पालक गायों को ठीक से पाले और दूध उत्पादन बढ़ाएं। जिले में इस वर्ष 27 गौशालाएं खोली जा रही है। अगले वर्ष 60 गौशाला खोले जाने का लक्ष्य जिले को प्राप्त हुआ है। वास्तव में गौशालाओं की जरूरत ही नहीं पड़ना चाहिए, जिसकी गायें हैं उन्हें स्वयं उसका पालन-पोषण करना चाहिए।
स्वागत उद्बोधन देते हुए बताई योजनाएं
स्वागत उद्बोधन देते हुए उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ. एके बरेठिया ने गोपाल पुरस्कार योजना के बारे में विस्तार से बताया। देशी नस्लों को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदेश में चलाई जा रही गोपाल पुरस्कार योजना के तहत जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता संपन्न हुई।
मुर्रा नस्ल की गाय को मिला प्रथम पुरस्कार
प्रतियोगिता में शुजालपुर विकासखंड के ग्राम मितेरा के मानसिंह पिता अजब सिंह परमार की गिर नस्ल की गाय तथा शाजापुर के ग्राम कांजा के धनराज पिता गोपाल सिंह राजपूत की मुर्रा नस्ल की गाय को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। प्रतियोगिता में देशी नस्ल की 10-10 गायों एवं भैसों को शामिल किया गया था।
गोपाल पुरस्कार योजना के पुरस्कार वितरण के लिए जिला मुख्यालय के पशु चिकित्सालय परिसर में कार्यक्रम रखा गया था। समारोह का शुभारंभ गाय की प्रतिमा के पूजन के साथ हुआ।
विकासखंड स्तर की प्रतियोगिता में मिले पुरस्कार इन्हें
जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता में खण्ड स्तर पर संपन्न हुई प्रतियोगिताओं में प्रथम तीन-तीन पशुओं को जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया था। इस प्रकार जिला स्तरीय प्रतियोगिता में कुल 10 गायों एवं 10 भैंसों को शामिल किया गया। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार रुपए, तृतीय पुरस्कार के रूप में 15 हजार रुपए एवं सांत्वना पुरस्कार के रूप में 5-5 हजार रुपए प्रदान किए गए।
यह थे उपस्थित
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ शिवानी वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी यूएस मरावी, जिला संयोजक निशा मेहरा भी उपस्थित थीं।