शैक्षणिक भ्रमण से मिलती है हमें प्रायोगिक जानकारियां : श्रीवास्तव
🔳 भ्रमण की यादें विद्यार्थियों के मन पर सदैव रहती है अंकित : राठौर
🔳 विद्यार्थियों ने किया शैक्षणिक भ्रमण
हरमुद्दा
रतलाम, 22 दिसंबर। शैक्षणिक भ्रमण व्यक्तित्व विकास का एक हिस्सा है जो हमें कई प्रायोगिक जानकारी प्रदान करता है। किताबी ज्ञान के साथ ही प्रायोगिक ज्ञान भी विद्यार्थियों को लेना चाहिए। पढ़ाई के साथ ही प्रयोग करने से ज्ञान स्थाई होता है।
यह बात शासकीय हाई स्कूल घटला की प्राचार्य आशा श्रीवास्तव ने कही। प्राचार्य श्रीवास्तव राष्ट्रीय आजीविका संसाधन संस्थान में शैक्षणिक भ्रमण के दौरान धौंसवास, अमलेटा, सेजावता एवं घटला के विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रही थीं। शिक्षक कमल सिंह राठौर ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण की यादें विद्यार्थियों के मन पर सदैव अंकित रहती है।
विस्तार से ली जानकारी विद्यार्थियों ने
भ्रमण के अंतर्गत विद्यार्थियों ने पौधों के ग्राफ्टिंग की वैज्ञानिक विधि, जैविक खेती, वर्मी कंपोस्टिंग बनाने की विधि को विस्तार से समझा।
यह थे मौजूद
दल में विनीता ओझा, दिलीपसिंह सिसोदिया, ज्योति गोयल, शीला जिंदल, सैयद मंसूर अली, सीमा सोनी, शशिकांत शर्मा, प्रवेश पाटीदार सहित डेढ़ सौ से अधिक विद्यार्थी मौजूद थे।