हजारों हाथों में लहराया सड़कों पर तिरंगा, नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में निकला महा मौन जुलूस
🔳 सैकड़ों हाथों में थी सीएए के समर्थन की तख्तियां
🔳 हर उम्र के महिला, पुरुष एवं बच्चों में नजर आया समर्थन का जोश
🔳 शांति, सद्भावना, एकता की हुई प्रस्तुत मिसाल
🔳 किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल था रास्ते भर मुस्तैद
हरमुद्दा
रतलाम, 8 जनवरी। लाम की सड़कों पर हजारों हाथों में तिरंगा लहराए लोगों ने अपनी भावना का परिचय देते हुए साबित कर दिया कि हम नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करते हैं। हर उम्र के महिला, पुरुष एवं बच्चों में समर्थन का जोश भरा हुआ नजर आया। शुरू से अंत तक महा मौन जुलूस शांति एवं सद्भावना की मिसाल प्रस्तुत करते हुए निकला। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल पूरे रास्ते एवं चप्पे-चप्पे पर तैनात रहा।
बुधवार को शहर में सुबह से ही नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जोश, जुनून एवं उत्साह का वातावरण बना हुआ था। जैसे-जैसे घड़ी की सुई 1:00 बजे के पास पहुंची, वैसे वैसे शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय मार्ग पर लोगों का जनसैलाब एकत्र होता नजर आया। हाथों में तिरंगा गालों पर तिरंगा नजर आया। नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में महिला पुरुष बच्चे सभी शामिल हुए क्या गांव क्या शहर सभी ने शहर में करीब 3 किलोमीटर का मार्च कर अपनी भावनाओं से अवगत कराया कि हम सीएए के समर्थन में हैं।
सीएए के सम्मान में हिंदुस्तानी मैदान में
सीएए की समर्थन महा मौन मार्च को शहर के विभिन्न समाजों ने अपना समर्थन दिया। रैली में शामिल लोग सीएए के समर्थन के नारे लिखे हुए तख्तियां लेकर चल रहे थे। सीएए के सम्मान में हिंदुस्तानी मैदान में, किसी की ना माने आओ पहले सीए को जाने, भारतीयता की क्या पहचान सीएए का हो सम्मान, अफवाहों पर मत दो ध्यान, आओ पहले ले सीएए जान, सहित अन्य तख्तियां हाथों में थी। महा मौन रैली में सांसद गुमान सिंह डामोर, विधायक चेतन काश्यप, राजेंद्र पांडे, दिलीप मकवाना, पूर्व निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल, पूर्व महापौर आशा मौर्य, शैलेंद्र डागा, मनोहर पोरवाल, सर्व ब्राह्मण समाज के पुष्पेंद्र जोशी सहित अन्य समाज के पदाधिकारी एवं आमजन मौजूद थे।
यहां से निकला महा मौन मार्च
महा मौन मार्च कालेज तिराहे के रविंद्र नाथ टैगोर स्टेचू से प्रारंभ होकर जेल रोड, लोकेंद्र टॉकीज, शहर सराय, धानमंडी, रानीजी का मंदिर, गणेश देवरी, बजाज खाना, तोपखाना, चांदनी चौक, चौमुखी पूल, घास बाजार, डालू मोदी बाजार, पैलेस रोड होते हुए नगर निगम तिराहे पर पहुंचा, जहां समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
हुआ यातायात प्रभावित लोग हुए परेशान
शहर का यातायात 4 घंटे तक प्रभावित रहा। कई लोग सड़कों पर मौन जुलूस के समापन होने के इंतजार में खड़े रहे। यातायात विभाग यातायात को व्यवस्थित करने में नाकारा साबित हुआ। दोपहिया एवं चार पहिया वाहन चालकों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा यातायात विभाग ने समानांतर यातायात की व्यवस्था नहीं की थी।
पुलिस व प्रशासन रहा मुस्तैद
महा मौन जुलूस के आरंभिक स्थल से लेकर समापन स्थल तक पुलिस और प्रशासन महकमा मुस्तैद रहा। मौन जुलूस के आगे पुलिस एवं प्रशासन के वाहन चल रहे थे। वही मार्ग और चौराहों पर पुलिस बल तैनात था। हाथों में डंडे बता रहे थे कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं, लेकिन हजारों लोगों ने मौन रहकर जुलूस निकाला और अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होने दी। शांति सद्भावना और एकता का परिचय दिया।