आरएसएस का एजेंडा चलाने वाले मलवासा प्राचार्य को बर्खास्त करना चाहिए : विधायक
🔳 विधायक का आरोप 7 भाजपा नेताओ के साथ पार्टी का प्रचार
🔳 सोनिया गांधी के बारे में छपी है आपत्तिजनक टिप्पणी
हरमुद्दा
रतलाम, 21 जनवरी। मलवासा हाईस्कूल स्कूल में सावरकर और भाजपा नेताओं के फोटो छपी नोटबुक बांटने के मामले के बाद निलंबित प्राचार्य के समर्थन में
विद्यार्थियों से करवाए जा रहे प्रदर्शन पर सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में राजनीति करने के लिए जिस तरह से मासूम विद्यार्थियों को उपयोग किया जा रहा है वह निंदनीय है।
विधायक श्री गेहलोत ने कहा कि स्कूल में बिना उच्च अधिकारियों की अनुमति लिए इस तरह से नोटबुक बांटना प्राचार्य की कार्यप्रणाली पर सवाल लगाता है। नोटबुक पर सावरकर सहित 7 भाजपा नेताओं की फोटो छपी हुई है और 18 कार्यो का उल्लेख किया गया है।
घोर आपत्तिजनक
इसी नोटबुक पर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी तक लिखी हुई है। ऐसी नोटबुक विद्यार्थियों को बांटा जाना अपने आप में घोर आपत्तिजनक है। ऐसे में प्राचार्य को सेवा से ही बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
सालों से करता है ट्यूशनखोरी
श्री गेहलोत ने यह भी कहा कि प्राचार्य आर.एस.एस. के ऐजेण्डे का प्रचार करने के साथ सालों से ट्यूशनखोरी करता है। जिम्मेदार प्राचार्य को अब तक क्यों नहीं हटाया गया यह भी सवाल है। अब भाजपाईयों द्वारा ही विद्यार्थियों को परीक्षा बहिष्कार के लिए भी उकसाया जा रहा है जो बच्चों का राजनैतिक इस्तेमाल करने का घिनौना उदाहरण है।
विद्यार्थियों को घसीटना बेहद शर्मनाक
उन्होंने यह भी कहा कि सावरकर कोई क्रांतिकारी नहीं बल्कि 1923 में जेल से बाहर आने के बाद 24 साल तक किसी आजादी के आंदोलन में भाग नही लिया। आजादी के बाद बीस वर्षों तक गुमनाम जीवन में भाजपा तथा आरएसएस के किसी नेता ने उनकी कोई सुध नही ली। अब इस मामले में विद्यार्थियों को घसीटना बेहद शर्मनाक है।