स्पर्धाओं में भाग लेने से होता है सम्पूर्ण व्यक्त्वि का विकास : डाॅ. जोशी
🔳 श्री महर्षि श्रृंग विद्यापीठ के वार्षिकोत्सव का समापन
हरमुद्दा
रतलाम 21 जनवरी। प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने वाले विद्यार्थी जीत हार की तुलना नहीं करें। उन्हें हारने के बावजूद अगली स्पर्धाओं में भाग लेकर विजेता बनना चाहिए। देश में बड़े से बड़ा व्यक्ति स्कूल से ही पढकर निकलता है। मिसाइल मेन डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम भी बचपन में संघर्ष करके ही आगे बढ़े और इतना बड़ा मुकाम हासिल किया। उनसे प्रेरणा लेकर सबकों आगे बढ़ना चाहिए।
यह बात शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राचार्य डाॅ. एसके जोशी ने मंगलवार को ब्राह्मण वास स्थित श्री महर्षि श्रृंग विद्यापीठ के वार्षिकोत्सव के समापन पर आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। डॉ. जोशी ने कहा कि शैक्षणिक संस्थाओं में वार्षिकोत्सव प्रमुख गतिविधि है। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सिखवाल समाज देवस्थान न्यास के अध्यक्ष रणछोडलाल व्यास ने की।
यह थे उपस्थित
इस अवसर पर विद्यापीठ संचालन समिति अध्यक्ष कन्हैयालाल तिवारी, पुर्व आरडीए अध्यक्ष विष्णु त्रिपाठी, मांगीलाल व्यास, अरूण त्रिपाठी, अनिल पाण्डया, सतीश त्रिपाठी, प्रधानाध्यापिका शिल्पा राठौर आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका साक्षी देवडा ने किया।
पुरस्कार मिले, चेहरे खिले
तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के समापन पर विद्यापीठ में पढ़ने वाले व स्पर्धाओं में भाग लेने वाले समस्त विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार पाकर विद्यार्थियों के चेहरे खिले हुए थे।