डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन सम्मान से अलंकृत हुए संतोष चौबे
🔲 हम अपने परिवेश और परिस्थिति को साहित्य से अनुकूल बनाएं : श्री चौबे
हरमुद्दा
रतलाम 22 फरवरी। डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन स्मृति संस्थान द्वारा स्थापित सुमन स्मृति सम्मान इस वर्ष सुप्रसिद्ध कवि, कथाकार एवं रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे को प्रदान किया गया। डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन स्मृति संस्थान द्वारा आयोजित समारोह में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर रतन चौहान, अध्यक्षता कर रहे नरेंद्र दीपक, विशेष अतिथि महेंद्र गगन, मुकेश वर्मा, डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, डॉ. प्रेमलता चुटैल की उपस्थिति में संस्थान की निदेशक डॉ. शोभना तिवारी ने श्री चौबे को सम्मान प्रदान किया।
अपने सम्मान के प्रत्युत्तर में श्री चौबे ने कहा कि व्यक्ति अपने परिवेश और परिस्थिति को साहित्य के माध्यम से अनुकूल बना कर अपना बेहतर से बेहतर समाज को देने का प्रयास करें। वनमाली सृजन पीठ के माध्यम से देशभर में स्थापित वनमाली सृजन केंद्र भी अपनी जमीन से जुड़ने का एक प्रयास है।
मैं स्वयं गौरवान्वित हुआ हूं सम्मान प्राप्त कर
उन्होंने कहा कि यह सम्मान न सिर्फ रतलाम बल्कि मालवा का एक महत्वपूर्ण है जो सुमन जी के नाम पर स्थापित है। इस सम्मान को प्राप्त कर मैं स्वयं गौरवान्वित हुआ हूं ।
रचनाकार अपनी रचनाशीलता के माध्यम से समाज को संपन्न बनाता : प्रो. चौहान
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. रतन चौहान ने कहा कि व्यक्ति अपने प्रयासों के माध्यम से समाज को बेहतर देने का प्रयास करता है और एक रचनाकार अपनी रचनाशीलता के माध्यम से समाज को संपन्न बनाता है। श्री संतोष चौबे इसकी मिसाल है।
प्रदेश में अपनी पहचान है संस्थान की : नरेंद्र दीपक
अध्यक्षता करते हुए भारत भवन भोपाल के पूर्व निदेशक नरेंद्र दीपक ने कहा कि संस्थान निरंतर अपने महत्वपूर्ण कार्यों से प्रदेश में अपनी पहचान स्थापित कर रहा है।
लोक कलाओं एवं रचनात्मक गतिविधियों को मिलेगा एक नया आयाम : शर्मा
वनमाली सृजन पीठ भोपाल के अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने वनमाली सृजन केंद्र की रतलाम इकाई का शुभारंभ करते हुए कहा कि केंद्र के माध्यम से रतलाम में लोक कलाओं एवं रचनात्मक गतिविधियों को एक नया आयाम मिलेगा। इस अवसर पर कवि श्री महेंद्र गगन एवं श्री बलराम गुमास्ता ने अपनी कविताओं का पाठ किया।
जीवंत होने का प्रमाण है गतिविधियां : डॉ. चुटैल
डॉ. प्रेमलता चुटैल ने कहा कि संस्थान द्वारा निरंतर रचनात्मक गतिविधियां जारी रहना इसके जीवंत होने का प्रमाण है।
सभी रतलामवासी आज गौरवान्वित : डॉ. चांदनीवाला
डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला ने कहा कि श्री चौबे को सम्मान प्रदान कर सभी रतलामवासी आज गौरवान्वित है, क्योंकि यह एक निरंतर सक्रिय व्यक्ति को दिया जा रहा सम्मान है।
विभिन्न संस्थाओं ने किया चौबे का सम्मान
संस्थान की निदेशक डॉ. शोभना तिवारी ने स्वागत उद्बोधन दिया। संचालन आशीष दशोत्तर ने किया। संस्थान की निदेशक डॉ. तिवारी ने माना। इस अवसर पर रतलाम, जावरा सैलाना एवं मनासा की विभिन्न संस्थाओं द्वारा श्री चौबे का सम्मान भी किया गया। समारोह में रंग संवाद का लोकार्पण भी हुआ।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर डॉ. दिनेश तिवारी, संस्था के अध्यक्ष रामेश्वर लाल शर्मा, भोपाल से विनय उपाध्याय, संजय सिंह राठौर, प्रांजल श्रोत्रिय सहित स्थानीय साहित्यकार एवं रचनाकार,सुधि श्रोता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।