सिंधिया ने थामा कमल का दामन, राजनीति जनसेवा का माध्यम है और कुछ नहीं, कहा सिंधिया ने
🔲 आज वाली कांग्रेस पहले जैसी नहीं रही
🔲 मध्य प्रदेश में सरकार रही चला रही ट्रांसफर उद्योग।
हरमुद्दा
नई दिल्ली,11 मार्च। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को दोपहर में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर कमल का दामन थाम लिया है। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद थे। सिंधिया ने कहा, ‘मैंने हमेशा माना है कि हमारा लक्ष्य जनसेवा होना चाहिए। राजनीति केवल उस लक्ष्य को पूरा करने का माध्यम होना चाहिए और कुछ नहीं।’ सिंधिया ने कहा कि आज वाली कांग्रेस पहले जैसी नहीं है। मध्य प्रदेश सरकार में आज ट्रांसफर उद्योग चल रहा है।
कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार दोपहर बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। सिंधिया ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली।
मेरे जीवन में 2 तारीख रही महत्वपूर्ण
भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया ने कहा कि मेरे जीवन में दो तारीखें बहुत महत्वपूर्ण रहीं। वो पहला दिन 30 सितंबर 2001 था, जिस दिन मैंने अपने पूज्य पिता को खोया। वह मेरे लिए जीवन बदलने का दिन था। दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 थी, जो उनकी 75वीं वर्षगांठ थी। इस दिन मैंने एक नया फैसला लिया।
बहुत बड़ा योगदान रहा है राजमाता का : नड्डा
इस अवसर पर श्री नड्डा ने सिंधिया को परिवार का सदस्य बताते हुए कहा कि आज हम सबके लिए बहुत खुशी का विषय है। मैं हमारी वरिष्ठतम नेता स्वर्गीय राजमाता सिंधिया जी को याद कर रहा हूं। भारतीय जनसंघ और भाजपा दोनों पार्टी की स्थापना और स्थापना से लेकर विचारधारा को बढ़ाने में एक बहुत बड़ा योगदान रहा है।’
राज्यसभा में भेजने के बाद मंत्री पद मिलना तय
ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने कोटे से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाएगी। बाद में उनका केंद्र में मंत्री बनाना तय है। उल्लेखनीय है कि सिंधिया ने मंगलवार को भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद इन दोनों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इन बैठकों के बाद सिंधिया ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया था।