रेपिड टेस्ट किट ऑफ कोरोना की अनुमति दी जाए, तो जांच परिणाम जल्द मिलेंगे : काश्यप

🔲 कोरोना जांच में विलंब पर जताई चिंता

🔲 केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर समेत कई अधिकारियों से की चर्चा

हरमुद्दा
रतलाम, 17 अप्रैल। मध्य प्रदेश में कोरोना के बढते प्रकोप और इसकी जांच में हो रहे विलंब को लेकर विधायक चेतन्य काश्यप काफी चिंतित है। उन्होंने सरकार से देश मे रेपिड टेस्ट किट ऑफ कोरोना की अनुमति जल्द दिलाने का आग्रह किया है, जिससे कोरोना जांच के परिणाम जल्द मिल सकते है।

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श्री काश्यप ने केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सहित देश-प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर कोरोना की जांच जल्द से जल्द कराने हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिए है।

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भारत के गुड़गांव बन रही किट, जाती है विदेश में

श्री काश्यप ने रेपिड टेस्ट किट बनाने वाली कंपनियों को शीघ्र अनुमति दिए जाने का सुझाव देते हुए बताया कि एस डी बायो सेंसर नाम की कोरियन कंपनी द्वारा रेपिड टेस्ट किट का उत्पादन भारत के गुड़गांव स्थित प्लांट में किया जा रहा है। यह कंपनी वर्तमान में यूरोप व अन्य देशो में उक्त किट दे रही है और वहां इसका भरपूर उपयोग किया जा रहा है।

कुछ ही देर में आ जाता है इस कीट से परिणाम

इस किट से कुछ ही देर में पता चल सकता है की संदिग्ध मरीज को कोरोना है या नहीं। उन्होंने बताया कि इस कोरियन कंपनी ने एनआईवी पुणे से सरकारी स्तर पर देश मे किट देने की अनुमति मांगी है। यदि कंपनी को अनुमति मिलती है, तो देश मे इस किट की आपूर्ति जल्द और पर्याप्त हो सकती है, क्योंकि कंपनी का प्लांट देश में ही है। यूरोप में किट उपयोग हो रही है, इसलिए उसे लेकर कोई परेशानी नहीं आएगी।

दोगुना गति आ जाएगी जांच कार्य में

श्री काश्यप ने बताया कि कोरोना की जांच हेतु इंदौर में एमजीएम कालेज के अलावा 7 और पीसीआर मशीनें है। इनमें 2 अरविंदो और सेंट्रल लेब में तैयार भी है, लेकिन उन्हें अनुमति देने का कार्य लंबित है। यदि अनुमति दी जाए, तो जांच कार्य दुगुना हो सकता है। इसके अलावा इंडेक्स,अमलतास, सीएचएल, चोइथराम में 5 मशीनों का कार्य सपोर्टिंग रूम आदि के 10-15 लाख के खर्च पर पूर्ण हो सकता है। इससे जांच की क्षमता 7 से 10 गुना बढ़ सकती है। रेपिड टेस्ट किट से कोरोना जांच कुछ ही मिनटों में हो जाएगी।

शीघ्र अनुमति बहुत जरूरी

विधायक श्री काश्यप ने इंदौर में कोरोना टेस्ट की संख्या बढाने के लिए केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को बताया कि कोरोना जाँच लेबोरेट्रीज की अनुमति आईसीएमआर ( इंडियन कोंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ) में नियमो की पूर्णता के लिए विचाराधीन है।
यदि नियमों को पूर्ण करवा कर शीघ्र अनुमति मिल जाती है, तो इंदौर जाँच क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि कोरोना की दृष्टि से इंदौर हॉट स्पॉट बन गया है। सरकार वहां विशेष ध्यान दे रही है।

रतलाम को मिल जाएगी 5000 किट

आईसीएमआर में जल्द से जल्द कार्यवाही कर सभी को अनुमति दिलाई जाएगी। इस मामले को लेकर विधायक श्री काश्यप ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के कार्यालय में भी चर्चा की। कार्यालय से बताया गया कि रेपिड टेस्ट किट बनाने वाली कंपनियों को एक या दो दिन में अनुमति दे दी जाएगी। केंद्रीय स्तर पर चर्चा पश्चात श्री काश्यप ने प्रदेश स्वास्थ्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, कोरोना संकट में रतलाम जिले की प्रभारी बनाई गई प्रमुख सचिव रश्मि अरूण शमी से चर्चा कर कहा कि कंपनी के इंदौर एजेंट से केंद्र द्वारा मध्य प्रदेश के लिए 15000 किट उपलब्ध होने की जानकारी मिली है। इसलिए खरीद प्रकिया शीघ्रता से कर रतलाम के लिए 5000 किट जल्द उपलब्ध कराई जाए।

जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाना आवश्यक

श्री काश्यप प्रदेश में शासन-प्रशासन स्तर पर कोरोना जांच की सुविधाओं को बढाने के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया है।

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