लॉक डाउन : सोमवार को सकारात्मक और सार्थक चर्चा हुई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से, राहत की हुई बात

🔲 चर्चा के रहे पांच मुद्दे मुख्य

🔲 उड़ीसा, गोवा, मेघालय लॉक डाउन बढ़ाने के पक्ष

हरमुद्दा

सोमवार, 27 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के राज्यों के मुख्यमंत्री से कोरोना संक्रमण को लेकर चल रहे लॉक डाउन पर सकारात्मक चर्चा की।
प्रधानमंत्री श्री मोदी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के मुख्य मुद्दों में कोरोना, अर्थव्यवस्था, हॉटस्पॉट, विदेश में फंसे भारतीय को लाने और लॉक डाउन शामिल रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अर्थव्यवस्था को ठीक करने के विषय पर अहमियत दी। कहां-कहां दुकानें खोली जाएं और आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएं, इस पर फैसला राज्यों के ऊपर छोड़ा गया है। देश की अर्थव्यवस्था को भी अहमियत देनी होगी, टेक्नोलॉजी का अधिकतम इस्तेमाल करना होगा।

इन्होंने कही लॉक डाउन बढ़ाने की बात

उल्लेखनीय है कि लॉक डाउन का दूसरा चरण 3 मई को खत्म होगा। प्रधानमंत्री ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना के मौजूदा हालात की समीक्षा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में समय की कमी की वजह से सिर्फ नौ मुख्यमंत्री ही बात कर पाए। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने राज्य में लॉक डाउन 3 मई के बाद भी रखने की बात कही। हालांकि, ग्रीन जोन वाले इलाकों में कुछ छूट दी जाएगी। ओडिशा और गोवा के मुख्यमंत्रियों ने भी लॉक डाउन बढ़ाने की बात कही।

सकारात्मक रहे लॉक डाउन के नतीजे

प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन के नतीजे सकारात्मक रहे। मार्च में भारत और बाकी देशों में एक जैसे हालात थे, लेकिन डेढ़ महीने में हम हजारों जिंदगियां बचाने में कामयाब रहे।

संक्रमण का संकट अभी टला नहीं

कोरोना वायरस संक्रमण का संकट अभी टला नहीं है। यह कुछ और महीनों तक रहेगा। आम जनों को लॉक डाउन का आमजन जीवन में पूरी तरीके से पालन करना होगा। कोशिश करें कि रेड जोन पहले ऑरेंज, फिर ग्रीन जोन में बदलें। जितना अच्छा पालन करेंगे, उतनी अच्छी सुविधाएं फिर से मिलना प्रारंभ हो जाएगी। विदेशों में फंसे भारतीय को उनकी सहूलियत के अनुसार भारत में लाना होगा। वापसी होने पर उनके परिवार के जोखिम का ध्यान रखना होगा।

सभी को ध्यान रखना है मौसम का

प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी गर्मी का मौसम है, फिर मानसून आ जाएगा। मौसम के बदलाव का ध्यान रखें, क्योंकि इसी समय बीमारियां ज्यादा फैलती हैं। इसको लेकर हमें पहले से ही रणनीति बनानी होगी।

मुख्यमंत्री ममता ने चौंकाया 

वीडियो कॉन्फ्रेंस में सिर्फ केरल के मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुए लेकिन, ममता ने शामिल होकर चौंकाया। केरल अकेला राज्य जिसके मुख्यमंत्री वी विजयन वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए। उनकी जगह मुख्य सचिव टॉम जोस मौजूद रहे। विजयन का नाम उन नौ मुख्यमंत्रियों में शामिल नहीं था, जिन्हें आज मोदी से बात करने का मौका मिला। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर अटकलें थीं कि वे बैठक में शामिल नहीं होंगी लेकिन वह कुछ समय ही नहीं अपितु पूरे समय वीडियो कांफ्रेसिंग में मौजूद रही।

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