लॉक डाउन में जिम्मेदारी का निर्वाह : एक शिक्षक, दो स्कूल की पांच कक्षाएं, पूरे गांव में
🔲 लिया सीएम राइस डिजिटल ऑनलाइन प्रशिक्षण
🔲 विद्यार्थी और पालकों से सतत संपर्क
🔲 हर दिन की रिपोर्ट भेजने का दायित्व भी
हरमुद्दा
रतलाम, 29 मई। जब जिम्मेदारी का जुनून सवार हो तो कोई समस्या ज्यादा समय तक टिक नहीं पाती। यह साबित किया है माध्यमिक शाला के शिक्षक कालूराम रायकवार ने। एक शिक्षक पांच कक्षाओं के विद्यार्थियों पर नजर रख रहे हैं। खास बात तो यह थी कि विद्यार्थी कक्षाओं में नहीं अपितु पूरे गांव में। घर-घर में मौजूद है।
यह गांव है जावरा तहसील का मल्लाखेड़ी। संकुल केंद्र है बड़ावदा। वैसे तो श्री रायकवार को माध्यमिक शाला के शिक्षक की जिम्मेदारी है लेकिन एकीकृत हाई स्कूल का प्रभार भी इन्हीं के कंधों पर है। इसलिए माध्यमिक शाला के साथ हाई स्कूल के संचालन की जिम्मेदारी का निर्वाह लॉक डाउन के दौरान मुस्तैदी के साथ कर रहे हैं। हालांकि शिक्षण सत्र में तो अतिथि शिक्षकों की सेवाएं ली जाती है लेकिन दोनों स्कूलों संचालन का जिम्मा विभाग ने दे रखा है। वर्तमान में अतिथि शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है।
चार स्तर से ग्रुप कर रहे हैं कार्य
हरमुद्दा से चर्चा में शिक्षक श्री रायकवार ने बताया कि ऑनलाइन शिक्षण के लिए चार ग्रुप कार्य कर रहे हैं। जिला स्तर से डीजिलेप ग्रुप ब्लॉक स्तर पर। ब्लॉक स्तर का डीजिलेप ग्रुप संकुल व जन शिक्षा केन्द्र स्तर पर और संकुल स्तर का डीजिलेप ग्रुप शाला स्तर पर कार्य कर रहा है। शाला स्तर के ग्रुप से जुड़े हैं शिक्षक, पालक और विद्यार्थी।
दो स्कूल के मध्य सिर्फ एक शिक्षक
उल्लेखनीय है कि मल्ला खेड़ी में माध्यमिक विद्यालय और हाईस्कूल के मध्य केवल एक ही शिक्षक वर्तमान में मुस्तैद हैं। शिक्षक द्वारा ग्रुप के माध्यम से अध्ययन सामग्री पालक व छात्रों तक पहुंचाई जा रही हैं। कक्षा छठी से लेकर दसवीं तक के विद्यार्थी मोबाइल एवं टीवी के माध्यम से अध्ययन कर रहे हैं।
विद्यार्थियों के बनाए चार ग्रुप
माध्यमिक स्तर पर कक्षा 6 से 8 तक के तीन ग्रुप बनाए गए हैं। इनमे 19 विद्यार्थी हैं। एक ग्रुप हाई स्कूल स्तर पर बनाया है। इस ग्रुप में कक्षा नौवीं के 21, कक्षा दसवीं के 19 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। इसके साथ ही होमवर्क भी कर रहे हैं।
विद्यार्थियों के घरों से होमवर्क काफी संग्रहित कर विषय के जानकारों के पास भेज रहे हैं। विषयों के जानकार कॉपियां जांच कर पुनः भेज रहे हैं। कॉपियों में गलती नहीं होने के कारण विद्यार्थी काफी खुश भी हो रहे हैं।
विद्यार्थी और पालकों से होती है हर दिन चर्चा
श्री रायकवार ने बताया कि विद्यार्थी द्वारा घर पर ही रह कर पढ़ाई कार्य किया जा रहा है। प्रतिदिन पालकों से चर्चा भी होती है। कभी छात्रों के मोबाइल का बैलेंस की समस्या आती है तो उनके पालकों की चर्चा कर समस्याओं का समाधान कर दिया जाता है। शासन के निर्देश है कि भेजी गई सामग्री का फीडबैक भरना अनिवार्य है तो वह भी लिखकर भेज रहे है।
उन्होंने किया मेरा मार्गदर्शन
शिक्षक श्री रायकवार ने बताया कि ई लर्निंग डिजिलेप कार्यक्रम में गजेन्द्रसिंह राठौर ने मेरा और छात्रों का मोबाईल के माध्यम से मार्गदर्शन किया। मेरी और छात्रों की समस्याओं का समय-समय पर समाधान किया। मेरे स्कूल में विज्ञान विषय का शिक्षक नहीं होने के कारण में श्री राठौर से दिशा निर्देश प्राप्त करता रहता हूं।संकुल केंद्र बड़ावदा और जन शिक्षक और संकुल प्राचार्य द्वारा भेजी गई लिंक भी छात्रों तक पहुंचाई जा रही है। मुझे संकुल केंद्र से बड़ावदा से भी मदद मिल रही है। सभी के सहयोग से छात्रों को ई लर्निंग डिजिलेप सिस्टम द्वारा मोबाईल के माध्यम से पढ़ाई करने का प्रयास कर रहा हूं। इसके साथ ही प्रथम एवं द्वितीय चरण का सीएम राइस डिजिटल प्रशिक्षण की प्राप्त कर लिया है।