…और उसे मयस्सर नहीं हुई पांच कब्रिस्तान में 2 गज जमीन, हिंदुओं की पहल पर मुक्तिधाम में दफनाया उसे
🔲 कब्रिस्तान के केयरटेकर को था शक कोरोनावायरस संक्रमण से हुई मौत
🔲 स्थानीय निवासी भी नहीं था वह
🔲 अमानवीयता एक-दो नहीं बल्कि पांच कब्रिस्तानों ने बरती
🔲 राज्य वक्फ बोर्ड : केयरटेकर के खिलाफ होगी आपराधिक कार्रवाई
हरमुद्दा
शुक्रवार, 29 मई। उसे पैदाइशी हक था कि मुस्लिमों के कब्रिस्तान में उसे दफन किया जाएगा। लेकिन समाज के मठाधीशों की मर्जी के चलते उसे पांच कब्रिस्तान में 2 गज जमीन नहीं मिली। अंततोगत्वा हिंदुओं ने पहल की और मुक्तिधाम में उसे दफन किया गया। राज्य वक्फ बोर्ड ने केयरटेकर के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की बात कहीं है।
बात हो रही है नवाबों की नगरी हैदराबाद की। तेलंगाना में एक मुस्लिम को मौत के बाद भी कब्रिस्तान में जगह नसीब नहीं हुई, इसके पीछे की वजह सिर्फ इतनी थी कि कब्रिस्तान के केयरटेकर को शक था कि शख्स की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई है और वह स्थानीय व्यक्ति नहीं है। ऐसे वक्त में उस इलाके में रहने वाले हिंदू आगे आए और मृतक को दफनाने के लिए अपनी श्मशान में जगह देते हुए परिवार की मदद भी की।
पांच कब्रिस्तान में हुई अमानवीयता
मिली जानकारी के अनुसार हैदराबाद के गंडमगुडा इलाके में रहने वाले 55 साल के मुहम्मद ख्वाजा मियां की कार्डियक अरेस्ट के चलते 22 मई को मौत हो गई थी। परिजन शव को दफनाने के लिए पास के कब्रिस्तान में ले गए, लेकिन केयरटेकर ने यह कहते हुए इजाजत देने से इन्कार कर दिया कि वे स्थानीय नहीं हैं और शायद ख्वाजा की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है। ऐसी अमानवीयता एक-दो नहीं बल्कि पांच कब्रिस्तानों ने बरती।
पिता को दफनाने के लिए बेटे को भागना पड़ा कब्रिस्तान से कब्रिस्तान
इस बीच जब इलाके में रहने वाले हिंदू समुदाय को मामले की जानकारी हुई तो वे आगे आए। उन्होंने ख्वाजा को दफनाने के लिए न सिर्फ श्मशान में जगह दी, बल्कि उसके परिवार की मदद भी की। ख्वाजा के बेटे मुहम्मद बाशा ने कहा, ‘हमें पिता को दफनाने के लिए एक कब्रिस्तान से दूसरे कब्रिस्तान में भागना पड़ा। लेकिन, कहीं इजाजत नहीं दी गई।’ एक अन्य जगह पर भी केयरटेकर ने एक व्यक्ति को दफनाने की इजाजत देने से इसलिए इन्कार कर दिया, क्योंकि वह स्थानीय नहीं था।
राज्य वक्फ बोर्ड : केयरटेकर के खिलाफ होगी आपराधिक कार्रवाई
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तेलंगाना राज्य वक्फ बोर्ड ने कब्रिस्तान प्रबंध समितियों और केयरटेकरों को चेतावनी जारी की है। बोर्ड ने कहा है कि मुसलमानों को दफनाने की अनुमति देने से इन्कार करने पर प्रबंध समिति और केयरटेकर के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मुहम्मद सलीम ने उन कब्रिस्तानों की जांच के लिए कमेटी भी भेजी है, जिन्होंने दफनाने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया था।