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भारतीयों को लाने के लिए जा रहा विमान का पायलट कोरोना संक्रमित, उज़्बेकिस्तान से विमान को बुलाया वापस

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🔲 भारतीयों को लाने के लिए जा रहा था विमान मॉस्को

🔲 क्रू मेंबर को किया क्वारेंटाइन

🔲 रूस में फंसे भारतीयों को लाने के लिए जाएगा दूसरा अभिमान

हरमुद्दा
दिल्ली, 30 मई। दिल्ली से मॉस्को जाने वाली फ्लाइट उस समय आधे रास्ते से वापस आ गई, जब ग्राउंड स्टाफ को पता चला कि विमान में सवार पायलटों में से एक कोरोना संक्रमित पाया गया है। सभी क्रू मेंबरों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है। रूस में फंसे भारतीयों को लाने के लिए दूसरा विमान भेजा जाएगा।

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एयर इंडिया की छोटी सी इस चूक की वजह से आज एक बड़ा कोरोना ब्लास्ट हो सकता था लेकिन इसे समय रहते सुधार लिया गया।

उज़्बेकिस्तान पहुंच गया था विमान

वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया का ए-320 विमान भारतीयों को लाने के लिए मॉस्को जा रहा था। विमान उज़्बेकिस्तान के हवाई क्षेत्र में पहुंचा था कि अधिकारियों को पता चला विमान में सवार एक पायलट कोरोनावायरस संक्रमित है। फ्लाइट को रास्ते में से ही दिल्ली वापस बुला लिया गया है।

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शनिवार दोपहर में आया विमान पुनः

शनिवार दोपहर करीब 12.30 बजे विमान दिल्ली पहुंच गया। क्रू मेंबर्स को क्वारेंटाइनकर दिया गया है। अब रूस में फंसे भारतीयों को लाने के लिए दूसरा विमान मॉस्को भेजा जाएगा।

30,000 भारतीयों को ले आए 25 मई तक

हाल ही में नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी देते हुए बताया था कि कोरोना वायरस के कारण विदेशों में फंसे 30,000 भारतीयों को 158 विमानों से 25 मई तक स्वदेश वापस लाया गया है।

मिशन के दूसरे चरण की शुरुआत

इस मिशन के दूसरे चरण की शुरुआत भी हो चुकी है। उन्होंने ट्वीट करके बताया कि 10 हजार से अधिक लोग 164 विमान भारत से बाहर गए हैं। जून के मध्य तक अन्य 49,000 लोगों को वापस लाए जाएंगे। बता दें कि भारत ने कोरोना वायरस का दुनियाभर में जारी लॉकडाउन के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अब तक का सबसे बड़ा निकासी अभियान शुरू किया था। इस अभियान की शुरुआत 7 मई से हुई थी और इसके दूसरा चरण 16 मई को शुरू हुआ। विदेश मंत्रालय ने हाल ही में मिशन के दूसरे चरण को 13 जून तक बढ़ाने की घोषणा की थी।

 

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