कोरोना सेनानियों के लिए : रतलाम से बृजराज सिंह बृज
कोरोना सेनानियों के लिए
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🔲 बृजराज सिंह बृज
उन भाई बहनों के लिए जो कोरोना संक्रमित हैं, उन एकांतवासियों के लिए जो कोरोना संभावित है,
जो वैश्विक महामारी की बलि चढ़े उन प्राणियों के लिए,
जो बलिदान हो गए उन कोरोना सेनानियों के लिए
आओ हम प्रार्थना करें
डॉक्टर जो जान पर खेल कोरोना से लड़ रहे हैं,
सफाई वीर जो पौरूष की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं,
चिकित्सा कौशल दिखाती स्वास्थ्य सेनाओं के लिए,
काल के भाल पग धरती नर्स वीरांगनाओं के लिए
आओ हम प्रार्थना करें
मीडिया के सूरमा जो अचल मोर्चे पर डटे हैं,
खाकी धारी योद्धा जो तिल भर पीछे नहीं हटे हैं,
सेवा परमार्थ कर रहे निस्वार्थ परोपकारियों के लिए,
व्यवस्था संभाल रहे कर्मचारी अधिकारियों के लिए
आओ हम प्रार्थना करें
मास्क, हैंडवाश, सोशल डिस्टेसिंग के सिवा उपाय नहीं है,
कोरोना धर्मनिरपेक्ष है, इसका कोई संप्रदाय नहीं है,
अदृश्य शत्रु से दो-दो हाथ करते कुशल नेतृत्व के लिए,
क्रूर काल से जूझती मानवजाति के अमृत्व के लिए
आओ हम प्रार्थना करें,
प्रार्थना तो हम कर ही सकते हैं,
प्रार्थना निर्मल हृदय की पुकार होती है,
इसलिए प्रार्थना सदैव स्वीकार होती है।
🔲 बृजराज सिंह बृज, वीर रस कवि