चार साल मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के बाद विवाहिता की संदिग्ध मौत
🔲 युवती के पिता ने ससुराल वालों पर लगाया हत्या का आरोप
🔲 बोले- दहेज लोभियों ने मार डाला मेरी बेटी को
🔲 इलाहाबाद हाईकोर्ट में तलाक का प्रकरण भी लंबित
हरमुद्दा
कोरबा, 11 जून। जिले की पाली नगर परिषद निवासी पूर्व एल्डरमैन गीता शुक्ला की बहू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ससुराल पक्ष ने युवती की मौत की वजह मामूली विवाद पर फांसी लगाना बताया जबकि मायका पक्ष का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ मारपीट कर हत्या की गई। विवाहिता के पिता का कहना है शादी के बाद से ही ससुराल वाले उनकी बेटी को दहेज के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे।
मामला छतीसगढ़ के कोरबा जिले की पाली नगर पंचायत का मामला है। यहां के आरा मील मोहल्ले के निवासी रविकांत शुक्ला की पत्नी सुरभि (24 साल) की बुधवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मायका पक्ष के लोगों के पाली पहुंचने पर सुरभि के शव का पोस्टमार्टम पाली के सरकारी अस्पताल में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में दो डॉक्टरों की पैनल से कराया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बेटी को पीटने पर डांटा तो लगा ली फांसी : ससुराल पक्ष
बेटी धारा के साथ सुरभि शुक्ला
पुलिस के अनुसार विवाहिता को परिजन सरकारी अस्पताल में अचेत अवस्था में लाए थे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। ससुराल वालों का कहना है कि रात घर में उपस्थित लोग टीवी देख रहे थे। तभी किसी बात को लेकर सुरभि ने अपनी ढाई वर्षीय बेटी धारा को पीट दिया। इससे पति रविकांत ने डांटा तो क्षुब्ध होकर सुरभि ने अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। परिजन ने दरवाजा तोड़कर उसे फंदे से उतारा और अस्पताल लेकर पहुंचे।
आत्महत्या नहीं, बेटी की हत्या हुई : मृतका के पिता
मृतका सुरभि शुक्ला के हाथ और चेहरे पर मौजूद चोट के निशान
बेटी की मौत से उत्तर प्रदेश के ललितपुर निवासी ट्रांसपोर्टर ओमप्रकाश पाठक और परिजन का बुरा हाल है। उनका कहना है कि मेरी बेटी ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसे दहेज लोभियों ने मार डाला। उन्होंने बताया कि सुरभि के शरीर और चेहरे पर चोट के निशान हैं। इससे जाहिर है कि हत्या से पहले उसके साथ मारपीट भी की गई।
पति रविकांत शुक्ला के साथ सुरभि
मांगी थी कार, कोर्ट की अवधि पूरी होने के 12 दिन पहले चली गई जान
सुरभि का विवाह जुलाई 2016 में रविकांत शुक्ला से हुआ था। कुछ दिन तो सब ठीक रहा लेकिन उसके बाद हालात बिगड़ने लगे। सुरभि के पिता ओमप्रकाश पाठक के अनुसार दहेज कम लाने और अल्टो कार की मांग को लेकर सास पूर्व एल्डरमैन गीता शुक्ला, ससुर रिटायर्ड रेंजर रामदयाल, पेशे से ठेकेदार जेठ रमाकांत उर्फ दीपक, जेठानी मंजू व पति रविकांत बेटी को प्रताड़ित करते थे। इससे वह ससुराल छोड़कर अपने मायके ललितपुर (उप्र) आ गई थी। तब सुरभि को डेढ़ माह का गर्भ था। ललितपुर न्यायालय में घरेलू हिंसा का वाद भी दायर किया था। इसके अलावा इलाहाबाद हाईकोर्ट में तलाक का प्रकरण भी लंबित था।
कोर्ट के आदेश पर आई थी ससुराल,
परिवार न टूटे इसलिए 20 जनवरी को हाईकोर्ट ने दोनों को 6 माह पति-पत्नी को साथ रहने के लिए कहा था। इसके परिपालन में सुरभि ससुराल पाली आ गई। कोर्ट से तय छह माह पूरे होने से 12 दिन पूर्व ही सुरभि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
“सबके दिलों में बस जाएंगे, जिस दिन हम मर जाएंगे”
फेसबुक व इंस्टाग्राम पर जाहिर किया अपना दर्द
ससुराल में मिले दर्द को भुलाने के लिए सुरभि ने बेटी धारा को आधार बना लिया था। बावजूद वह अपना दर्द छिपा नहीं सकी, जो समय-समय पर उसकी फेसबुक वॉल और इंस्टाग्राम आईडी पर भी छलक पड़ता था। इंस्टाग्राम पर साझा वीडियो में सुरभि की आंखों से छलकते आंसू इस बात की गवाही देते हैं कि वह पति की बेरुखी से कितनी दुखी रहती थी।
सुरभि की फेसबुक वॉल से
“रिश्ते तोड़ऩे तो नहीं चाहिए लेकिन जहां कद्र न हो, वहां निभाने भी नहीं चाहिए।” (5 मार्च, 2019)
सुरभि की 5 मार्च 2019 की फेसबुक पोस्ट।
“बहुत तकलीफ देते हैं वो जख्म जो बिना कसूर के मिले हो।” (11 अगस्त, 2019)
सुरभि की 11 अगस्त 2019 की फेसबुक पोस्ट
सुरभि की 29 अप्रैल 2019 की फेसबुक पोस्ट
आंसुओं में बह गए पीएससी करने के अरमां
ओमप्रकाश पाठक ने बताया बेटी पढ़ाई-लिखाई में अच्छी थी। वह एमए थी और पीएससी करना चाहती थी। इसके लिए बिलासपुर से पढ़ने की इच्छा जताई लेकिन ससुराल वालों ने ताना देते हुए कहा कि दहेज में तो कुछ लाई नहीं। अब पढ़ाई में भी हमारा ही खर्चा कराना चाहती है।
पीएम रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई
पाली के थाना प्रभारी लीलाधर राठौर के अनुसार घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल (कमरा जहां फांसी लगी) सील कर दिया था। मायका पक्ष के लोगों के आने पर कमरा खोला गया और वैधानिक कार्रवाई की। जांच जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।