कोरोना एक्टिव केस में तेजी से सुधार, मध्यप्रदेश 8 वें से 13 वें स्थान पर पहुंचा
🔲 उपचार, सर्वे और एहतियात में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त : मुख्यमंत्री
🔲 कमिश्नर उज्जैन श्री शर्मा रतलाम एनआईसी कक्ष से वीसी में शामिल हुए
हरमुद्दा
भोपाल/रतलाम, 20 जून। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि पॉजीटिव रोगियों के उपचार में किसी भी किस्म की लापरवाही नहीं होना चाहिए। मध्यप्रदेश के लिए यह सुखद तथ्य है कि देश के बड़े प्रांतों में एक्टिव प्रकरण की दृष्टि से मध्यप्रदेश की स्थिति बेहतर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश जो एक्टिव मामलों में 8 वें क्रम पर था,अब 13 वें क्रम पर है अर्थात मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस तेजी से नियंत्रित हो रहा है। एक्टिव प्रकरणों में कमी परिलक्षित हुई है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश का रिकवरी रेट भी 75.74 है जो निरंतर बढ़ रहा है, इसका मतलब राज्य में कोरोना रोगी अधिक तादाद में पूरी तरह स्वस्थ हो रहे हैं। देश में मध्यप्रदेश का रिकवरी रेट राजस्थान के 77.68 प्रतिशत के बाद सर्वाधिक है।
सक्रिय रखा जाए फीवर क्लीनिक की भूमिका को
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल, इंदौर नगरीय क्षेत्रों में सर्वे कार्य पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के सभी जिलों में गत 24 घंटे में आए पॉजीटिव प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि फीवर क्लीनिक की भूमिका को सक्रिय रखा जाए। उन्होंने जावद नगर में विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए हैं, जहाँ फीवर क्लीनिक में लिए गए सेम्पल में से 15 प्रतिशत रोगी पॉजीटिव पाए गए। इसी तरह देवास नगर में भी बैंक नोट प्रेस के स्टाफ में अधिक पॉजीटिव केस आने पर उन्होंने चिंता व्यक्त कर आवश्यक उपाय अमल में लाने के निर्देश दिए हैं।
24 घंटे में 142 पॉजीटिव
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कुल 142 पॉजीटिव केस सामने आए हैं। इनमें एक्टिव केस की संख्या मात्र 4 है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न मेडिकल कॉलेजो में उपलब्ध जाँच और उपचार सुविधाओं की भी जानकारी प्राप्त की। रतलाम मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. संजय दीक्षित से रतलाम मेडिकल कॉलेज मैं कोरोना मरीजों के उपचार की व्यवस्था नेगेटिव पॉजिटिव मरीजों की स्थिति तथा मृत मरीजों के बारे में जानकारी प्राप्त की मुख्यमंत्री ने कोरोना मरीजों के प्रभावी ढंग से उपचार के लिए निर्देशित किया।
खंडवा मेडिकल कॉलेज का रिकवरी रेट प्रदेश में सबसे बेहतर
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में खण्डवा मेडिकल कॉलेज में रिकवरी रेट सर्वाधिक 92.83 प्रतिशत है। इंदौर, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, रीवा मेडिकल कॉलेजों में भी यह 70 से 85 प्रतिशत के मध्य है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 6 हजार 523 टेस्ट किए गए हैं। इस समय प्रदेश में 882 फीवर क्लीनिक कार्य कर रही हैं। प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार कम हुई है और डबलिंग रेट 46.9 दिवस है।
होशंगाबाद ने किया अच्छा मैनेज
मुख्यमंत्री ने जिलेवार समीक्षा की। उन्होने होशंगाबाद जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रयासों और रिकवरी रेट 82 प्रतिशत से अधिक होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
यह थे मौजूद
समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य फैज अहमद किदवई मौजूद थे।
रतलाम में यह हुए शामिल
इस अवसर पर रतलाम आए कमिश्नर उज्जैन आनंद शर्मा रतलाम एनआईसी कक्ष के माध्यम से वीसी में शामिल हुए। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे भी उपस्थित थे।