अच्छी खबर : स्टेरॉयड कोरोना के लिए कारगर दवाई
🔲 कोरोना के उपचार की बदली गाइडलाइन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने
🔲 रोगियों का इलाज करने से मृत्यु का जोखिम 20% तक कम
🔲 हर उम्र और लिंग के मरीजों के लिए फायदेमंद स्टेरॉयड
🔲 बॉडी बिल्डिंग वाले करते है इस्तेमाल स्टेरॉयड का
हरमुद्दा
गुरुवार, 3 सितंबर। दुनियाभर के लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे है। दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना का इलाज खोजने की कोशिश में जुटे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोनावायरस के लिए स्टेरॉयड सबसे कारगार साबित हुआ है। दुनियाभर में अलग-अलग मौकों पर गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित मरीजों को
स्टेरॉयड दिया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के उपचार की अपनी गाइडलाइन अपडेट करते हुए इलाज में स्टेरॉयड को भी शामिल कर लिया है। उल्लेखनीय है कि आमतौर पर बॉडी बिल्डिंग वाले स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं से गंभीर रूप से बीमार कोविड 19 के रोगियों का इलाज करने से मृत्यु का जोखिम 20% तक कम हो जाता है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड से इलाज करने पर मरने वाले 1,000 रोगियों में से 87 को बचाया जा सकता है।
तब जाकर दी है इसे मंजूरी
इस बारे में 7 अंतरराष्ट्रीय परीक्षणों का विश्लेषण करने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके इलाज को मंजूरी दे दी है। इन अंतरराष्ट्रीय परीक्षणों में कम खुराक वाली हाइड्रोकार्टिसोन, डेक्सामेथासोन और मेथिलप्रेडिसोलोन का उपयोग किया गया था। इन दवाओं का प्रयोग गंभीर रूप से बीमार मरीजों पर ही किया गया।
आंकड़ा 68% बड़ा कोरोना का मात देने वाले का
शोधकर्ताओं ने एक बयान में कहा कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स से इलाज के बाद कोरोना का मात देने वालों का आंकड़ा 68% पाया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्लिनिकल केयर लीड जेनेट डियाज ने कहा कि वे गंभीर रूप से बीमार कोविड 19 रोगियों में स्टेरॉयड के उपयोग के लिए अपनी गाइडलाइन को अपडेट कर रहे हैं।
यह दवा हर उम्र और लिंग के मरीजों के लिए फायदेमंद
ब्रिटेन में ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के महामारी विज्ञान के प्रोफेसर जोनाथन स्टर्न के अनुसार, स्टेरॉयड एक सस्ती और आसानी से उपलब्ध दवा है। हमारे विश्लेषण ने पुष्टि की है कि यह लोगों में कोविड -19 से सबसे अधिक प्रभावित होने वाली मौतों को कम करने में प्रभावी हैं।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, स्पेन और संयुक्त राज्य अमेरिका में शोधकर्ताओं द्वारा किए गए परीक्षणों में लगातार यही संकेत मिला है कि यह दवा हर उम्र और लिंग के मरीजों के लिए फायदेमंद है। इस बारे में अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की गई है।
शरीर के अंदर ही बनता है स्टेरॉयड
स्टेरॉयड एक प्रकार का केमिकल होता है जो शरीर के अंदर ही बनता है। इसके अलावा इसे ऊपरीतौर पर भी लिया जा सकता है। कई बीमारियों के इलाज में इसे कारगार पाया गया है। स्टेरॉयड को ऐसी दवा के रूप में भी जाना जाता है जो मांसपेशियों का विकास करती है। अक्सर खिलाड़ी किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से पहले इसका इस्तेमाल करते हैं जो बिल्कुल प्रतिबंधित है।