21वीं सदी के साहित्यकारों का अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन व्यंग्य पाठ : शोक समाचार के विज्ञापन से अमरतव की कोशिश पर कटाक्ष

हरमुद्दा

दिल्ली/जबलपुर/जयपुर/रायपुर, 9 दिसंबर। कोरोना काल और लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों में भी देश के ख्याति लब्ध साहित्यकारों का समूह सक्रिय है। 21वीं सदी के साहित्यकार समूह ने ऑनलाइन जूम मीटिंग का आयोजन किया। इसमें देश और विदेश से बड़ी संख्या में साहित्यकारों ने भाग लिया। अनुराग बाजपाई, वीरेंद्र सरल, स्नेह लता पाठक, सूरत ठाकुर, अमरेंद्र नारायण की रचनाओं ने सराबोर किया।

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समाचार के विज्ञापन पर भी जीएसटी पर प्रहार

कार्यक्रम में अनुराग बाजपाई ने अपनी रचना शोक समाचार पढ़ी। व्यंग्य के माध्यम से शोक समाचार के विज्ञापन से अमरतव की कोशिश पर कटाक्ष किया। शोक समाचार के विज्ञापन पर भी जीएसटी पर प्रहार प्रस्तुत किया। वीरेंद्र सरल ने सरकारी छत पर जल संरक्षण रचना के माध्यम से सरकारी निर्माण की पोल खोली।
स्नेहलता पाठक ने जी हां हुजूर में बसंत बेचता हूं। रचना के माध्यम से सामाजिक सरोकारों पर विद्यमान विसंगतियों पर करारा प्रहार किया। सूरत ठाकुर ने मच्छर भयों उदास रचना के माध्यम से वर्तमान कोरोना की डेंगू से तुलना कर सरोकारों की रचना प्रस्तुत की।

व्यंग्य के विभिन्न टूल्स पर डाला प्रकाश

मुख्य अतिथि अमरेंद्र नारायण ने अपनी व्यंग्य रचना प्रस्तुत कर व्यंग्य के विभिन्न टूल्स पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर एवं व्यंग्यकार राजेश कुमार ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में 21 वी सदी के साहित्यकार ग्रुप के विस्तार और बौद्धिक साहित्यिक समृद्धि पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

किया स्वागत दिया परिचय

दिल्ली से वरिष्ठ व्यंग्यकार और प्रकाशन केंद्र इंडिया नेट बुक्स के संजीव कुमार ने सभी उपस्थित गणमान्य साहित्यकारों का स्वागत किया। साहित्यकार परवेश जैन ने जयपुर के व्यंग्यकारअनुराग बाजपाई, छत्तीसगढ़ के व्यंग्यकार वीरेंद्र सरल, रायपुर की व्यंग्यकार स्नेह लता पाठक और हिमाचल के व्यंग्यकार सूरत ठाकुर का परिचय प्रस्तुत किया।

अप्रैल में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक वृहद कार्यक्रम 

संचालन जबलपुर के साहित्यकार, व्यंग्यकार और लेखक विवेक रंजन श्रीवास्तव ने किया। व्यंग्यकार और मुख्य संयोजक लालित्य ललित ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अप्रैल में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक वृहद कार्यक्रम करवाने की सूचना देते हुए समस्त व्यंग्यकार संचालक, कार्यक्रम का तकनीकी नियंत्रण कर रहे तेलंगाना के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुरेश कुमार और और कार्यक्रम से जुड़े देश और विदेश के साहित्यकारों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

पावर पाइंट प्रेजेंटेशन की हुई सराहना

आयोजन की विशेषता विवेक रंजन श्रीवास्तव द्वारा तैयार पावर पाइंट प्रेजेंटेशन था, जिसकी सराहना की गई। कार्यक्रम में सुनीता शानू, रंजना शुक्ला, सुषमा व्यास, टीकारामसाहू आदि की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही।

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