विद्यालयों में शिक्षा के साथ व्यक्तित्व का भी होता है निर्माण : केंद्रीय मंत्री श्री गहलोत
हरमुद्दा
रतलाम, 15 फरवरी। सरस्वती शिशु मंदिर समाज के द्वारा संचालित होकर समाज के लिए कार्य करते है। यहां शिक्षा के साथ व्यक्तित्व का निर्माण किया जाता है। ये हम सबके लिए गौरव की बात है।
यह बात पिपल्या पीथा तथा पिपल्या सिसोदिया में सरस्वती शिशु मंदिर के नवीन भवन के लोकार्पण पर केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचन्द गहलोत ने कही।
यह थे मंचासीन
आयोजन में सांसद अनिल फ़िरोजिया, पूर्व विधायक जीतेन्द्र गहलोत, राजेन्द्रसिंह लुनेरा, मदनसिंह राठौर, अखिलेश मिश्रा, भगवानसिह ठाकुर मंचासीन थे।
न्यूनतम वेतन पर कार्य करते हैं सरस्वती शिशु मंदिर में आचार्य
कार्यक्रम के प्रारम्भ में विद्यालय की बालिकाओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। पूर्व छात्रो ने अतिथियों का सम्मान किया। श्री मिश्रा ने कहा कि हमारे आचार्य न्यूनतम मानदेय पर काम करते हुए शिशुओं को संस्कारित शिक्षा दे रहे है। छात्रो को आईएएस, आईपीएस बनने के योग्य करने के साथ-साथ व्यक्ति का निर्माण करना उद्देश्य है। महामंडलेश्वर श्री मधुसूदनन्दजी महाराज ने कहा कि हमारी संस्कृति व संस्कार समृद्ध है।
बार एसोसिएशन की ओर से किया अभिनंदन
आलोट में बार चेम्बर के लिए केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत 10 लाख रुपए सांसद निधि से दिए थे, इसके लिए मंत्री श्री गहलोत का बार एसोसिएशन की ओर से अभिनंदन करते हुए आभार व्यक्त किया गया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने निर्माणाधीन बार चेंबर का निरीक्षण भी किया। इस दौरान बार एसोसिएशन ने श्री गहलोत द्वय का साफा एवं शाल, श्रीफल से सम्मान किया। बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रहलादसिंह परिहार, अशोक भंडारी, राजेश, बबलू सोलंकी, शिवनारायण सोलंकी सहित बार एसोसिएशन के सदस्य मौजूद थे।