उन यात्री बस संचालकों की अब खैर नहीं : की अगर मनमानी तो होगी उनको परेशानी, प्रशासन माफ नहीं करेगा नादानी
यात्री बसों के सुव्यवस्थित संचालन के लिए चलेगा विशेष चेकिंग अभियान
हरमुद्दा
रतलाम, 18 फरवरी। सीधी में हुए बस हादसे के बाद अब जिला प्रशासन भी बस संचालकों के प्रति सख्त रवैया अपनाएगा। अगर बस संचालकों ने मनमानी की तो अब उनको परेशानी होगी। प्रशासन उन्हें माफ नहीं करेगा। कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने इस मामले में सख्त रुख अख्तियार कर लिया है।
कलेक्टर ने जिले में यात्री बसों के प्रभावी और सुव्यवस्थित संचालन के लिये अभियान चलाने के निर्देश जिला परिवहन अधिकारी को दिए है। कलेक्टर ने कहा कि जिले में विशेष चेकिंग अभियान भी चलाया जाए। अभियान में यात्री वाहनों के परमिट की वैधता, बसों के फिटनेस प्रमाण-पत्र, परमिट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले यात्री वाहन, क्षमता से अधिक सवारी ले जाने वाले, भोपाल, इंदौर, मंदसौर, नीमच, उज्जैन आदि शहरों से आने-जाने वाली यात्री बसों की छतों पर सामान ले जाने, बीमा एवं टैक्स संबंधी प्रपत्रों की जाँच की जाएगी। इनमें से कोई भी कमी पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बसों की रफ्तार पर लगेगा अंकुश
कलेक्टर ने कहा कि यात्री वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की एक वजह वाहनों का निर्धारित गति से अधिक रफ्तार से चालन भी है। यात्री बस के ड्रायवर-कंडक्टर अधिक सवारियों के लोभ में तेज गति से वाहन दौड़ाते हैं, जिससे वाहनों की तेज गति दुर्घटना का कारण बनती है।
किसी भी हालत में यात्रियों की जान-माल से नहीं होगा समझौता
कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि चैकिंग के दौरान अधिकारी स्पीड गवर्नर लगे हैं या नहीं, यह भी चेक करे। उन्होंने कहा कि यात्री बसों में ओव्हर-लोडिंग अर्थात् क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने के कारण भी दुर्घटनाएँ होती हैं, इस पर भी ध्यान दें। किसी भी हालत में यात्रियों की जान-माल से समझौता नहीं किया जाएगा।
परमिट के अनुसार हो यात्री वाहनों का संचालन
कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि अभियान में इस बात पर सतत निगाह रखें कि बसों का संचालन परमिट के अनुसार ही हो। निर्धारित रूट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।