खेल विभाग द्वारा किए गए टेलेंट सर्च में 10 बालिकाओं का चयन
🔲 “अपराजिता” अभियान के तहत कराते प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन
हरमुद्दा
रतलाम/आलोट, 9 मार्च। महिलाओं एवं बालिकाओं को भयमुक्त सुरक्षित समाज सशक्तिकरण के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त समन्वय से आयोजित कराते प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। 15 दिवसीय प्रशिक्षण में खेल विभाग द्वारा टेलेंट सर्च किया गया जिसमें 10 बालिकाओं का चयन किया गया।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग के आलोट ब्लॉक के युवा समन्वयक दुर्गाशंकर मोयल ने हरमुद्दा को बताया कि पंद्रह दिवसीय कराते प्रशिक्षण शिविर नगर के कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिदिन 50 से 60 बालिकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
यह थे अतिथि
समापन अवसर पर मुख्य अतिथि एस आई दिव्या पाराशर, विशेष अतिथि पटवारी प्रियंका सोनी थे।
अतिथियों का स्वागत महिला एवं बाल विकास विभाग सुपरवाइजर माया वर्मा ने किया।
कराते प्रतियोगिताओं में जीते स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक
प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षक सेंसेई अतुल वर्मा ने प्रशिक्षणार्थियो को कराते व सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिया। समापन कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियो की कराते प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें डिम्पल, सृष्टि शर्मा, कीर्ति माली, पायल योगी, मंजू सोनी , आयशा, नंदनी पटेल, सदफ सेख, भावना चौहान, उमा राठौर , निकिता प्रजापति ने स्वर्ण पदक , साक्षी, ममता राठौर, वर्ष शर्मा, हेमलता सोलंकी, रेणुका शर्मा, मनीष, प्रियंका पंवार, प्रिय भेशोता, पायल प्रजापत, अवंतिका ने रजत पदक, अक्षर मोनिका, चंचल, एवं निकिता ने कांस्य पदक प्राप्त किया। 15 दिवसीय प्रशिक्षण में जिसमे खेल विभाग द्वारा टेलेंट सर्च किया गया जिसमें 10 बालिकाओं का चयन किया गया। प्रतियोगिता के निर्णायक किरण पिपलोदिया एवं परवेज परमार थे।
प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया कार्यकर्ताओं को
नेहरू युवा केन्द्र के ब्लॉक समन्वयक सौरभ शर्मा ने लॉक डाउन में उत्कृष्ठ कार्य करने पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। पुलिस विभाग की ओर से दिव्या राठौर व ममता राठौर ने भी प्रशिक्षण शिविर के समापन में बच्चो को अपना खेल अनुभव बताए।
खेल गतिविधियों में निरंतर रहे शामिल
महिलाएं एवं बालिकाएं किसी भी परिस्थिति में अपने आप को कमजोर नहीं समझे। भयमुक्त रहें। खेल गतिविधियों में निरंतर शामिल होकर आत्मनिर्भर बने।
🔲 दिव्या पाराशर, मुख्य अतिथि