तमन्ना थी घर जाकर परिजनों से मिलने की मगर ऐसा हो न सका, सफर में मौत ने लगा लिया गले
सभी ने सेवा की मिसाल दिखलाई : गोविंद काकानी
हरमुद्दा
रतलाम, 29 मार्च।। तमन्ना थी कि घर जाएंगे और परिजनों से मिलेंगे। इसी उम्मीद में ट्रेन में सवार भी हुए मगर सफर अधूरा रह गया। जिंदगी का सूरज रास्ते में ही अस्त हो गया। ट्रेन में ही रतलाम के साथियों ने हाथ बढ़ाया और सभी के सहयोग से रतलाम में अंतिम संस्कार हुआ। परिजनों ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से दर्शन किए और अंतिम विदाई दी।
हुआ यूं कि ट्रेन में बैठे व्यक्ति रामसूरत की जिंदगी की रफ्तार थम गई, साथ में बैठे परिवार के सदस्य बलराम शर्मा की परेशानियां बढ़ गई। चिंतित व्यक्ति को सामने बर्थ पर बड़ौदा से रतलाम के लिए लखनऊ बांद्रा एक्सप्रेस में एस 4 बोगी में बैठे कसारा बाजार रतलाम निवासी सुशील जैन ने मदद के लिए मोबाइल पर बात करवाई।
समाजसेवी गोविंद काकानी से उन्होंने पूरी मदद का भरोसा दिलवाया। रामसूरत पिता लालवचन उम्र 60 वर्ष एवं बलराम शर्मा ट्रेन से महादेव पोस्ट सालेपुर, जिला संत कबीर नगर, उत्तर प्रदेश घर जाने के लिए निकले थे, परंतु बीच में ही रामसूरत की तबीयत बिगड़ी और मृत्यु हो जाने पर रतलाम में उनका शव जीआरपी द्वारा जिला चिकित्सालय में रखवा दिया गया। समाजसेवी काकानी द्वारा सुबह 8 बजे पुलिस चौकी पहुंचकर अस्पताल चौकी प्रभारी अशोक शर्मा से पोस्टमार्टम करवाने के लिए पूरी व्यवस्था करवाई।
मोबाइल पर किए परिजनों ने अंतिम दर्शन
लॉकडाउन रहने के कारण अंतिम क्रिया सामग्री की व्यवस्था पूर्व में ही कर ली गई। भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर भी मोबाइल से सारी व्यवस्थाएं अग्रिम कर दी गई। अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान के साथ मोबाइल वीडियो कॉलिंग के माध्यम से गांव में बैठे परिवार पत्नी एवं पांच बेटियों ने देखा और अंतिम दर्शन किए।
अस्थि संचय कर सोमवार को हुए रवाना गांव के लिए
परिवार जन को ठहरने एवं भोजन के लिए सुरेश पापटवाल पूर्व पार्षद द्वारा की गई। उनके परिवार के साले कोदई प्रसाद शर्मा एवं जमाई भोला शर्मा को वापस जाने के लिए रिजर्वेशन के लिए आपातकालीन रिजर्वेशन विभाग द्वारा सराहनीय सहयोग कर उन्हें सोमवार सुबह अवध एक्सप्रेस से रवाना किया गया।
इसके पूर्व शमशान पर प्रातः ही अस्थियां संचय का कार्य भी मुक्तिधाम व्यवस्था प्रमुख की मदद से किया।
सहयोगियों के प्रति माना आभार
समाजसेवी एवं काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव काकानी ने सेवा के इस प्रसंग में मदद करने वाले पुलिस प्रशासन, अस्पताल प्रशासन, रेलवे आपातकालीन रिजर्वेशन विभाग, समाजसेवी पापापटवाल, समाजसेवी जुगल पंड्या ,भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम कमेटी आदि सभी को सराहनीय सहयोग के लिए दिवंगत के परिवार एवं काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से आभार माना।