तकनीक से नवाचार शिक्षा विभाग में : ऐतिहासिक दिवस के रूप में दर्ज हुआ 7 अप्रैल
हरमुद्दा
रतलाम, 7 अप्रैल। शिक्षा जगत में एक ऐतिहासिक दिवस के रूप में दर्ज हुआ 7 अप्रैल का दिन।कोरोना काल के इस विकट समय में शिक्षा के क्षेत्र में छाई हुई मायूसी को दूर करने की दिशा में रतलाम के शिक्षा विभाग से सतत प्रयास हो रहे हैं। कक्षा दसवीं के लिए जिला स्तर से ऑनलाइन क्लासेस विषय विशेषज्ञों द्वारा ली जा रही है। आज पहली दफा प्रायोगिक कार्य की कक्षा का सीधा प्रसारण जिला स्तर से किया गया जो प्रदेश में अभिनव प्रयोग है।
विज्ञान के क्षेत्र में तकनीक के साथ नवाचार करने वाले जितेंद्र जोशी एवं गजेंद्र सिंह राठौड़ ने हरमुद्दा को बताया कि अब तक प्राप्त सूचना के अनुसार 140 से अधिक शासकीय स्कूलों में बच्चों ने वेबेक्स लिंक के माध्यम से अपने स्कूलों में एलईडी पर जिले से प्रसारित प्रायोगिक कार्य की कक्षा के प्रयोग सीधा प्रसारण देख कर किए।
ऑनलाइन प्रायोगिक कक्षा को बहुत उपयोगी
जिले से एक फीडबैक लिंक स्कूलों को भेजी गई थी, जिस पर बच्चों से चर्चा के उपरांत स्कूल शिक्षक व प्राचार्य से प्राप्त जानकारी के अनुसार 70% स्कूलों ने ऑनलाइन प्रायोगिक कक्षा को बहुत उपयोगी बताया एवं 30% स्कूलों ने उपयोगी माना है।
सिलेबस के करवाए तीन प्रयोग
विज्ञान प्रायोगिक की इस ऑनलाइन कक्षा में दसवीं के सिलेबस के तीन प्रयोग करवाए गए जिसमें सिद्धांत परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न भी सम्मिलित थे।ऑनलाइन विज्ञान प्रयोगों संध्या व्होरा एवं गजेन्द्रसिंह राठौर ने समझाते हुए प्रदर्शित किए।
वर्ष भर करेंगे योजनाबद्ध रूप से अन्य कक्षाओं के लिए
आज की इस ऑनलाइन कक्षा की सफलता के आधार पर भविष्य में ऐसी ही प्रायोगिक ऑनलाइन कक्षाएं अन्य कक्षाओं के लिए भी वर्षभर टाइम टेबल बनवाकर योजनाबद्ध रूप से आयोजित की जाएगी।
🔲 केसी शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, रतलाम