कार्य की रफ्तार धीमी : 186 में से 139 कार्य अपूर्ण, जल जीवन मिशन की पूर्ण की गई योजनाओं का लेंगे सोशल फीडबैक
ग्राम समिति के अनुमोदन के बगैर योजना का नहीं होगा क्रियान्वयन
हरमुद्दा
रतलाम, 27 जुलाई। जल जीवन मिशन के तहत अब तक जिन योजनाओं का कार्य पूरा हो चुका है उनका सोशल फीडबैक लिया जाएगा। खासतौर पर महिलाओं से पूछा जाएगा कि उनके परिवार योजना क्रियान्वयन से लाभान्वित हुए हैं अथवा नहीं। घरों में नल लगे हैं अथवा नहीं। मिशन के अंतर्गत कोई भी योजना बगैर ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के अनुमोदन के क्रियान्वित नहीं की जाएगी। 186 में से 139 योजनाएं अपूर्ण है। कार्य की रफ्तार काफी धीमी है। यह ठीक नहीं है।
यह निर्देश कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने दिए। कलेक्टर मंगलवार को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रहे थे।
ग्रामीणों से फीडबैक लेकर करें स्टीमेट तैयार
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जो भी योजनाएं क्रियान्वित की जाएं उनके संबंध में पूर्व से ग्रामीणों से फीडबैक लेते हुए स्टीमेट तैयार किया जाए। बगैर ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक के योजना तैयार नहीं की जाए। समिति की बैठक की प्रोसिडिंग भी तैयार की जाए।
उप यंत्रियों की ग्रामीणों से चर्चा होती है या नहीं
कलेक्टर द्वारा बैठक में मौजूद उपयंत्रियों से जानकारी ली गई कि वे संबंधित ग्राम में जाते हैं अथवा नहीं। ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव से उनकी चर्चा होती है या नहीं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिन कार्यों की डीपीआर स्वीकृत नहीं हुई है उनका पुनः रिव्यू किया जाए। देखा जाए कि योजना के लिए गांव में समुचित पेयजल स्रोत उपलब्ध है अथवा नहीं। कलेक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन शासन का सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है। बताया गया कि अब तक की गई योजनाओं का सोशल फीडबैक तहसीलदार और नायब तहसीलदार और जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों द्वारा प्राप्त किया जा रहा है। ग्रामीणों से महिलाओं से चर्चा करके जानकारी ली जाएगी कि कितने घरों में नल कनेक्शन हुए हैं, कितनों में नहीं हुए हैं। नलों में पानी आता है अथवा नहीं। ग्रामीणजनों के जीवन पर योजना का क्या प्रभाव परिलक्षित हुआ है। ग्रामीणजन संतुष्ट हैं अथवा नहीं आदि जानकारी सोशल फीडबैक के रूप में ली जा रही है।
स्कूलों और आंगनबाड़ी में 15 अगस्त के पूर्व करें कार्य पूर्ण
कलेक्टर द्वारा जल जीवन मिशन के तहत जिले की शालाओं तथा आँगनवाडियो में आगामी 15 अगस्त तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। प्रत्येक सप्ताह स्कूल, आंगनबाड़ियों में नल कनेक्शन कार्य पूर्णता की समीक्षा कलेक्टर द्वारा समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में की जाएगी।
186 में से केवल 41 पूर्ण
बैठक में बताया गया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत विधानसभा वार स्वीकृत योजना के अंतर्गत कुल 186 में से 41 योजनाएं पूर्ण हो चुकी है जबकि 139 योजनाएं प्रगतिरत है। इसी प्रकार सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत जिले के आलोट, जावरा, बाजना में 3 योजनाएं प्रगतिरत है। गुणवत्ता प्रभावित ग्रामों के अंतर्गत स्वीकृत योजनाओं का कार्य भी तीव्र गति से किया जा रहा है। जिले में सैलाना, बाजना विकासखंड अंतर्गत 5 योजनाओं में से 3 योजनाओं का कार्य पूर्ण हो चुका है एवं दो योजनाओं का कार्य अंतिम चरण में है। जिले में समूह जल प्रदाय योजना के अंतर्गत गुणावद योजना का कार्य भी पूर्णता की ओर अग्रसर है। जिले की 1594 शालाओं में जल व्यवस्था का कार्य प्रस्तावित है इनमें से 924 कार्य प्रगतिरत है एवं 108 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इसी प्रकार जिले की 1084 आंगनवाड़ी में भी कार्य प्रस्तावित है इनमें से 514 कार्य प्रगतिरत है तथा 43 कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
यह थे मौजूद
बैठक में सीईओ जिला पंचायत मीनाक्षी सिंह, कार्यपालन यंत्री पीएचई पी.के. गोगादे, जिला जल सलाहकार आनंद व्यास तथा उपयंत्रीगण उपस्थित थे।