मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के दर्शन करने पहुंचे प्रधानमंत्री, अंतिम संस्कार सोमवार को नरौरा में गंगा नदी के तट पर
हरमुद्दा
लखनऊ, 22 अगस्त। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता रहे कल्याण सिंह का शनिवार रात निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे और बीते दिनों से बीमार चल रहे थे। सोमवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार वाले दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा भी की। देश अपने लाड़ले नेता को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दे रहा है। अंतिम दर्शन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लखनऊ पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत सभी बड़े भाजपा नेता अपनी वेदना जता चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी लखनऊ पहुंचें और कल्याण सिंह के सरकारी आवास पर जाकर अंतिम दर्शन करेंगे। इस बीच, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बसपा सुप्रीमो म मायावती ने कल्याण सिंह के निवास पर पहुंच कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
अंतिम संस्कार सोमवार को नरौरा में गंगा नदी के तट पर
अंतिम संस्कार 23 अगस्त को किया जाएगा। यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया, कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर लखनऊ में उनके आवास पर है। फिर उन्हें विधानसभा ले जाया जाएगा जहां लोग दोपहर 1 बजे तक अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद पार्थिव शरीर को दोपहर 2:30 बजे तक भाजपा कार्यालय में रखा जाएगा। उसके बाद पार्थिव शरीर को अलीगढ़ ले जाया जाएगा, जहां लोग स्टेडियम में अंतिम दर्शन कर सकेंगे। वहां से पार्थिव शरीर को अतरौली ले जाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को नरौरा में गंगा नदी के तट पर किया जाएगा।
जमीन से जुड़े बड़े राजनेता और कुशल प्रशासक कल्याण सिंह : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री कल्याण सिंह के बहुत करीब थे। निधन की सूचना मिलने के बाद पीएम ने ट्वीट किया, ‘दुख की इस घड़ी में मेरे पास शब्द नहीं हैं। कल्याण सिंह जी जमीन से जुड़े बड़े राजनेता और कुशल प्रशासक होने के साथ-साथ एक महान व्यक्तित्व के स्वामी थे। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका योगदान अमिट है। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ओम शांति! भारत की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने में कल्याण सिंह जी ने अहम भूमिका निभाई। देश की हर पीढ़ी इसके लिए उनकी आभारी रहेगी। भारतीय मूल्यों में वे रचे-बसे थे और अपनी सदियों पुरानी परंपरा को लेकर उन्हें गर्व था। कल्याण सिंह जी समाज के कमजोर और वंचित वर्ग के करोड़ों लोगों की आवाज थे। उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनगिनत प्रयास किए। उनका समर्पण और सेवाभाव लोगों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।