Environment : देश भर में महिलाओं को जागरूक करने का अभियान
प्लास्टिक युक्त पैड तीन दशक तक भी नहीं होते नष्ट
🔲 प्लास्टिक मुक्त पृथ्वी, प्लास्टिक मुक्त नारी
हरमुद्दा
रतलाम, 27 अगस्त। हमारी पृथ्वी को प्लास्टिक से मुक्त करने जे लिए देश भर में प्रयास किए जा रहे हैं। प्लास्टिक के दुष्परिणामों से सभी अवगत है। महिलाओं द्वारा उपयोग में लाने वाले प्लास्टिक युक्त सैनेटरी पैड से प्लास्टिक कचरे की मात्रा में वृद्धि हुई है। साथ ही महिलाओं में कैंसर का ख़तरा भी बढ़ा है। महाराष्ट्र के एक्स आर्मी मैन सन्तोष नागोरे व मनोज कुमार द्वारा देश भर में महिलाओं को जागरूक करने का अभियान चलाया जा रहा है।
रतलाम शहर में पर्यावरण जागरूक (Environment awareness) शिक्षिका सीमा अग्निहोत्री ने हरमुद्दा बताया श्री नागोरे व शोभना नागोरे के साथ रतलाम की महिलाओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया है। इस अभियान को कई संगठन का सहयोग मिल रहा है। लायंस क्लब ऑफ रतलाम गोल्ड, संयुक्त ब्राह्मण समाज समिति व पंजाबी महिला विकास समिति ने इस अभियान को जन जन तक पंहुचाने का संकल्प लिया।
शरीर के लिए भी नुकसानदायक नहीं
श्री नागोरे ने बताया कि इको फ्रेंडली (eco friendly) पैड मेपल फ्रूट व कॉटन की 8 लेयर से बना हुआ है, इसलिए ये शरीर के लिए नुकसानदायक भी नहीं है। प्लास्टिक युक्त पैड तीन दशक तक भी नष्ट नहीं होते,जबकि इको फ्रेंडली पैड 8 दिन में ही मिट्टी बन जाते हैं।
उपयोगी है नवाचार
लायंस क्लब अध्यक्ष आरती त्रिवेदी ने इस बायो डिग्रेडेबल पैड निर्माण की पूरी प्रक्रिया को समझा व इसे बालिकाओं के लिए उपयोगी बताया।
कैंसर या संक्रमण का खतरा नहीं
संयुक्त ब्राह्मण महिला समिति अध्यक्ष रजनी पांडेय ने भी इसकी जाँच कर देखा कि इसमे कही भी प्लास्टिक उपयोग नहीं किया गया है।अतः इससे कैंसर या संक्रमण का खतरा नहीं है। नारी स्वास्थ्य सुरक्षा व हमारी पृथ्वी को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए अभियान में कई महिलाएं शामिल हुई। इस दौरान रेवा शर्मा, आशा शर्मा, रजनी पांडेय, श्रेयसी त्रिपाठी, प्रीति बाजपेई, सुषमा अग्निहोत्री, मोहिनी तिवारी, प्रवीणा गुजराती, प्रतिमा अग्निहोत्री, शोभना नागोरे इत्यादि उपस्थित थी। संचालन सीमा अग्निहोत्री ने किया। आभार आरती त्रिवेदी ने माना।