इंदौर में 11 हजार करोड़ की परियोजना का करेंगे लोकार्पण केन्द्रीय परिवहन मंत्री गड़करी
🔲 देश की सर्वाधिक महत्वाकांक्षी परियोजना है दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे (Delhi–Mumbai Expressway)
🔲 मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होगा कार्यक्रम
हरमुद्दा
भोपाल/ इंदौर, 14 सितंबर। इंदौर स्थित ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में लगभग 11 हजार करोड़ की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भूमि-पूजन और लोकार्पण केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी 16 सितंबर को करेंगे। प्रदेश के सीमावर्ती जिले झाबुआ, रतलाम, मंदसौर के साथ उज्जैन, इंदौर भी दिल्ली और मुम्बई से सीधे जुड़ सकेंगे। (Delhi–Mumbai Expressway) एक्सप्रेस-वे आसपास के क्षेत्र में आर्थिक विकास गतिविधियों का तेजी से विकास संभव होगा। इसके पहले श्री गडकरी दोपहर 3 बजे रतलाम जिले में जावरा पहुँचेंगे। वहाँ पर दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य का जायजा लेने के बाद हेलीकॉप्टर से शाम 5 बजे इंदौर पहुँचेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव और लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ भी मौजूद रहेंगे। प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई द्वारा विभागीय अधिकारियों को दायित्व सौंपे गए हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि कार्यक्रम की सभी व्यवस्थाएँ केन्द्रीय मंत्री की गरिमा और कोविड प्रोटोकॉल के पालन के अनुसार सुनिश्चित की जाएँ।
केन्द्रीय मंत्री दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य का जायजा भी लेंगे
केन्द्रीय मंत्री गड़करी अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 16 सितंबर दोपहर 3 बजे रतलाम जिले में जावरा पहुँचेंगे। वहाँ पर दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य का जायजा लेने के बाद हेलीकॉप्टर से शाम 5 बजे इंदौर पहुँचेंगे। श्री गड़करी शाम 6 बजे इंदौर में ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेटर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद, रात्रि विश्राम इंदौर में ही करेंगे। केन्द्रीय मंत्री 17 सितंबर को प्रात: 10 बजे विशेष विमान द्वारा बड़ोदरा (गुजरात) के लिए रवाना होंगे।
देश की सर्वाधिक महत्वाकांक्षी परियोजना है दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत माला परियोजना के अन्तर्गत देश की राजधानी दिल्ली से देश की वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई को जोड़ने वाली सर्वाधिक महत्वाकांक्षी परियोजना है। लगभग 1350 किलोमीटर लंबाई वाले इस मार्ग के निर्माण पर भारत सरकार द्वारा 90 हजार करोड़ रुपए की राशि व्यय की जा रही है। इस परियोजना को जनवरी 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग देश के 5 राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा।
मध्यप्रदेश में एक्सप्रेस-वे का 245 किलोमीटर मार्ग गुजरेगा
देश की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का 245 किलोमीटर एरिया मध्यप्रदेश में राजस्थान के रामगंज मंडी से प्रवेश करता हुआ मंदसौर, रतलाम, झाबुआ जिले से गुजरता अनास नदी के पास गुजरात राज्य में प्रवेश करेगा। प्रदेश में 245 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे निर्माण पर 11 हजार 183 करोड़ रुपए का व्यय होगा। प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। यह एक्सप्रेस-वे मध्यप्रदेश के विकास में वरदान सिद्ध होगा।