पशुपालन तथा उद्यानिकी के क्षेत्र में जागरूक किया आदिवासियों व किसानों को
शिविर में 250 पशुओं का उपचार कर संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए किया टीकाकरण
हरमुद्दा
पिपलौदा, 14 सितंबर। पशुपालन तथा उद्यानिकी के क्षेत्र में आदिवासियों व किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने ग्राम सबलगढ़ में शिविर का आयोजन किया। शिविर में 250 पशुओं का उपचार कर संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण भी किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यानिकी की संभावनाओं को देखते हुए किसानों को फसल उत्पादन में पोषक तत्वों के महत्व की जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ कृषि विभाग के उपसंचालक विजय चौरसिया ने करते हुए उपस्थित पशु पालकों तथा किसानों को विभागीय जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सर्वेश त्रिपाठी ने पशुओं के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी प्रदान की तथा डॉ.सुशील कुमार व डॉ.मनीष अहिरवार की टीम ने शिविर में 250 से अधिक विभिन्न प्रजातियों के पशुओं की स्वास्थ्य जांच कर उपचार किया। पशुओं को मौसमी तथा संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण किया गया। निकरा योजना के डॉ.जी.पी. तिवारी ने किसानों को उनके पशुओं के लिए दवाईयों का वितरण किया।
फसल उत्पादन में पोषक तत्वों की बताई महत्ता
उद्यानिकी के विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ.रोहताषसिंह भदौरिया ने किसानों को बागवानी तथा फसल उत्पादन में पोषक तत्वों की महत्ता की जानकारी प्रदान की। निकरा परियोजना के यंग प्रोफेशनल डॉ.योगेशकुमार साहू ने 58 किसानों का पंजीयन किया। कृषि उपसंचालक ने तिलहन के कलस्टर प्रक्षेत्र परीक्षण प्लांट, अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के साथ निकरा परियोजना की गतिविधियों का निरीक्षण कर संतोष व्यक्त किया। शिविर में ग्राम पंचायत के सरपंच पीरूलाल खराड़ी सहित पशुपालक, किसान तथा वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों ने सहभागिता की।