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…और जब अस्पताल में हंगामा करने वालों ने मांगी माफी

 हंगामा करने वालो ने लिखित माफीनामा में लिखकर दिया

  चिकित्सक द्वारा नहीं मांगी राशि,

  गंभीर बीमारी में रेफर करने के बावजूद भी नहीं ले गए महिला को परिजन

हरमुद्दा
शाजापुर, 26 सितंबर। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर शासकीय जिला अस्पताल में 24 सितंबर की रात्रि 2 से 3 बजे के मध्य एक महिला मरीज के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए चिकित्सक पर राशि माँगने के आरोप लगाए थे। झूठे आरोप के मुद्दे पर चिकित्सक लामबंद होकर एफ आई आर दर्ज कराने भी गए ताकि ऐसे लोगों पर कार्रवाई हो, लेकिन हस्तक्षेप के बाद एफ आई आर दर्ज नहीं करवाई थी। मरीज के परिजनो ने रविवार को सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. बी एस मीना के समक्ष उपस्थित होकर लिखित में अपनी गलतियों के लिए माफी मांग ली है। माफी मांगते हुए परिजनों ने कहा कि चिकित्सक द्वारा राशि मांगने का झूठा आरोप लगाया था।

गंभीर बीमारी में रेफर करने के बावजूद भी नहीं ले गए महिला को परिजन

उल्लेखनीय हैं कि 23 सितंबर की सुबह पूजा पति पवन, निवासी काशीननर, शाजापुर जिला चिकित्सालय, शाजापुर में भर्ती हुई थी।  24 सितंबर की सुबह बीमारी की गम्भीरता को देखते हुए उक्त मरीज को महिला चिकित्सकों द्वारा हायर सेंटर पर रैफर कर दिया था। परंतु मरीज के परिजन उसे नहीं ले गए।  24 सितंबर को रात 9 के महिला चिकित्सकों द्वारा पुनः समझाईश देकर रेफर किया गया, परंतु परिजन मरीज को लेकर नहीं गए तथा रात्रि 02 से 3 बजे के लगभग अस्पताल में हंगामा किया और निराधार आरोप लगाए।

…तो फिर नहीं करवाई एफ आई आर दर्ज

इसके विरोध में चिकित्सकों द्वारा थाने में संबंधितों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने तथा कार्रवाई करने के लिए गए थे। जिस पर शहर के वरिष्ठ गणमान्य नागरिकों द्वारा हस्तक्षेप किया और कहा कि वे गरीब लोग है, एक बार उन्हें माफ कर दें, उन्होंने भावुक होकर झूठे आरोप लगाए थे, जबकि किसी चिकित्सक की गलती नहीं थी।

भविष्य में नहीं होगी पुनरावृति

रविवार को जिला चिकित्सालय में मरीज के परिजन एकत्रित हुए एवं उनके द्वारा लिखित में माफी  मांगी और कहां कि  हमारे द्वारा  डॉक्टर द्वारा पैसे की मांग करने का इल्जाम लगाया गया है, वह निराधार है, जिसे हम वापस लेते हैं। हमारे द्वार अस्पताल एवं सिविल सर्जन के घर पर हंगामा किया गया। उसके लिए क्षमा प्रार्थी है। उनके द्वारा लिखित में दिया गया कि भविष्य में इस प्रकार के कृत्य की पुनरावृत्ति नहीं होगी।

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