वेब पोर्टल हरमुद्दा डॉट कॉम में समाचार भेजने के लिए हमें harmudda@gmail.com पर ईमेल करे सोयाबीन फसलों पर प्रकृति की दोहरी मार, खेतों में सड़ रही फसल -

सोयाबीन फसलों पर प्रकृति की दोहरी मार, खेतों में सड़ रही फसल

 कांग्रेस ने ज्ञापन सौंप कर की राहत की मांग

हरमुद्दा
पिपलौदा, 27 सितंबर। सोयाबीन की फसलों में प्रकृति की दोहरी मार को लेकर परेशान किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस पदाधिकारियों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष वीरेन्द्रसिंह सोलंकी के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में अफलन तथा अतिवृष्टि से किसानों को सोयाबीन की फसल में हुई क्षति का आंकलन कर राहत राशि प्रदान करने की मांग की गई है।

श्री सोलंकी ने हरमुद्दा को बताया कि राजस्व परिपत्र के अनुसार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में ग्राम के जनप्रतिनिधियों तथा किसानों के साथ राजस्व, कृषि तथा बीमा अधिकारियों द्वारा खराब फसलों का सर्वेक्षण किया जाकर उचित मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ उन्होंने फसलों की बिगड़ी हालत को देखा है। किसानों ने 10 हजार रुपए से अधिक मूल्य का बीज खरीद कर दो बार भी बोया है, लेकिन वर्तमान में 2 से 2500 रूपए तक सोयाबीन की बिक्री हो रही है। फसलों की पैदावार भी 50 किलो से 1 क्वीं. प्रति बीघा के मान से हो रही है। सस्ते दामों तथा कम पैदावार ने किसानों की आर्थिक स्थिति डांवाडोल कर दी है, किसानों को भारी घाटा उठाना पड़ रहा है। किसानों ने तहसीलदार किरण बरवड़े को खेतों से लाई खराब फसल भी दिखाई, जिसमें दाने खराब होकर अंकुरित भी होने लगे हैं।

अतिवृष्टि के कारण चल रही है फसल

क्षेत्र के मावता, रियावन, रानीगांव, झातला, चिपिया, भाखरखेड़ी आदि ग्रामों में सोयाबीन की कट कर तैयार फसल अतिवृष्टि के कारण खेतों में सड़ रही है। फसल की कटाई के लिए मजदूरी की दर भी 400 से 500 रू. तक पहुॅंच गई है। रानीगांव के किसान दिनेश जैन ने बताया कि दो वर्षों से कोरोना के कारण किसानों दशा खराब है तथा इस वर्ष प्राकृतिक प्रकोप के कारण फसलें बरबाद हो गई है। किसानों ने बैंकों तथा सहकारी समितियों के माध्यम से फसलों को बीमा करवा कर प्रीमियम राशि भरी लेकिन सरकार नुकसानी के मुआवजें के लिए सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

समय रहते ठोस कदम उठाना जरूरी

जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष श्यामसिंह देवड़ा ने बताया कि समय रहते सरकार को किसानों के हित में ठोंस कदम उठाना चाहिए, फसलों की नुकसानी का आंकलन कर किसानों को त्वरित राहत प्रदान कर सहकारी कर्ज में छूट प्रदान करना चाहिए। यदि किसानों की अनदेखी की गई तो कांग्रेस किसान हित में चरणबद्ध आंदोलन करेगी।

यह थे मौजूद

ज्ञापन व प्रदर्शन में जिला पंचायत के पूर्व सदस्य नंदराम शाह, जिला कांग्रेस के महेश नांदेचा, जनपद सदस्य ज्ञानचंद जैन, नगर कांग्रेस अध्यक्ष रईस मंसूरी, कन्हैयालाल मईड़ा, हर्ष कटारिया, सत्यनारायण बैरागी, प्रदीप कुमावत, प्रकाश पाटीदार, जगदीश सोलंकी, कुलदीपसिंह झाला, मनदीपसिंह, दिलीपसिंह आम्बा व महेन्द्रसिंह उपस्थित थे।

पारदर्शिता के साथ होगा काम

तहसीलदार किरण बरवड़े ने किसानों तथा कांग्रेस नेताओं को विश्वास दिलाया कि फसल बीमा योजना में पूर्ण पारदर्शिता के साथ कार्य होगा तथा गांव में सार्वजनिक मुनादी के बाद ही सर्वे कार्य होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed