शिक्षक शिक्षिकाओं की मनमानी पर कलेक्टर का सख्त रुख, नहीं लगा अंकुश तो अधिकारियों पर कार्रवाई
खंड शिक्षा अधिकारी हफ्ते में 4 दिन स्कूल का करें निरीक्षण
कलेक्टर ने समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
हरमुद्दा
रतलाम, 11 अक्टूबर। जिले में स्कूलों के निरीक्षण के दौरान शिक्षकों की अनुपस्थिति, बगैर बताए गैर हाजरी, बगैर अवकाश स्वीकृति के स्कूलों में शिक्षकों की अनुपस्थिति पर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा सख्त रवैया अख्तियार किया गया है। शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया है कि यदि शिक्षकों की स्कूलों में उपस्थिति सुनिश्चित नहीं की गई तो ना केवल शिक्षक बल्कि अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्कूलों में समय सीमा में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करें। विकासखंड शिक्षा अधिकारी हफ्ते में 4 दिन स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। बैठक में अपर कलेक्टर एम.एल. आर्य, जिला वन मंडल अधिकारी श्री डोडवे तथा जिला अधिकारी उपस्थित थे।
एसडीएम, सीईओ व तहसीलदार करें स्कूलों का निरीक्षण
सभी एसडीएम, तहसीलदारों तथा जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी स्कूलों के निरीक्षण और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया। कलेक्टर द्वारा बैठक में विभिन्न विभागों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में लंबित शिकायतों की भी जानकारी ली गई।
शासन के निर्देशानुसार पटवारियों की सोमवार तथा गुरुवार को उनके मुख्यालय पर उपस्थिति सुनिश्चित करें। भू-माफिया तथा अन्य माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई जारी रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए।
माफियाओं पर कार्रवाई में तत्पर रहे एसडीएम तहसीलदार
तहसीलदार ग्रामीण ने बताया कि नामली में 15 अवैध कालोनिया चिन्हित की गई हैं जिनके विरुद्ध नोटिस जारी किए जा रहे हैं, उसके पश्चात कार्रवाई की जाएगी। जावरा की टीम द्वारा की गई कार्रवाई की सराहना करते हुए कलेक्टर द्वारा इसी प्रकार की कार्रवाई अन्य एसडीएम तथा तहसीलदारों को भी करने के लिए निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई में यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि नीचे का अमला वातावरण का अनैतिक लाभ नहीं उठाएं।
आलोट सीएमओ की परफारमेंस खराब
कलेक्टर द्वारा समयावधि पत्रों की बैठक में वाणिज्य कर अधिकारी को भी उपस्थित रहने के लिए निर्देशित किया गया। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की समीक्षा में सहकारिता विभाग को बेहतर कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया। ऊर्जा विभाग को 90 अंक लाने, जावरा के तहसीलदार तथा मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं आलोट मुख्य नगर पालिका अधिकारी के कमजोर परफॉर्मेंस पर नाराजगी व्यक्त की गई। आलोट, जावरा के नगर पालिका अधिकारियों के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुए कहा गया कि उनके कारण जिले की रैंकिंग खराब हो रही है।
सीएमएचओ सतत करें निरीक्षण
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे को कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि वह जिले का सतत भ्रमण करें और स्वास्थ्य कार्यक्रमों योजनाओं की मानिटरिंग करें। इस संदर्भ में कलेक्टर द्वारा जिला पंचायत सीईओ जमुना भिड़े का उदाहरण दिया गया जिनके द्वारा सीईओ का चार्ज लेने के मात्र 12 दिनों में ही सभी जनपद पंचायतों का भ्रमण कर लिया गया। आरटीओ को भी सीएम हेल्पलाइन परफॉर्मेंस में सुधार के लिए निर्देशित किया गया।
मिलावट की जांच और नमूने को लेकर नाराज हुए कलेक्टर
कलेक्टर, फूड एंड ड्रग इंस्पेक्टर्स की कार्यप्रणाली से इस बैठक में भी नाराज रहे। खासतौर पर सैलाना, बाजना, रावटी क्षेत्रों में मिलावट की जांच करने नमूने लेने के कार्य में इंस्पेक्टर द्वारा लेतलाली बरतने पर नाराजगी व्यक्त की गई। जिले में वनाधिकार अधिनियम के तहत बाजना तथा सैलाना क्षेत्रों के आदिवासी हितग्राहियों को सभी शासकीय दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, समग्र आईडी उपलब्ध कराने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टूर प्रोग्राम नियमित रूप से बनाकर कलेक्टर से अप्रूव करवाएं। सप्ताह में कम से कम 2 दिवस मैदानी क्षेत्र का भ्रमण अनिवार्य रूप से करें।