भीषण अग्निकांड : उनकी सूझबूझ और साहसिक कार्य को सलाम, वरना कुछ भी हो सकता था अंजाम
घरों की छतों पर से पानी फेंका और बुझाई आग
हरमुद्दा
रतलाम, 14 अक्टूबर। गुरुवार को शहर के मोहन नगर में व्यापारी के प्लास्टिक पाइप के गोदाम में लगी आग के बाद उनकी सूझबूझ ने जनहानि टाला। उनके साहसिक कार्य को सलाम है वरना कुछ भी अंजाम हो सकता था। यदि तत्काल कर्मचारी समाजसेवी अपनी जान जोखिम में डालकर साहसिक कार्य नहीं करते तो कभी ना भुलाए जाने वाला हादसा घटित हो सकता था। घरों में एक के बाद एक विस्फोट होने की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था।
हुआ यूं कि सागोद रोड स्थित वन विभाग के ऑफिस में कार्यरत जीवनसंगिनी को छोड़ने के लिए गए अजाक्स के जिलाअध्यक्ष चंद्रशेखर लश्करी को डोंगरे नगर तरफ धुआं उठते हुए नजर आया और वे उधर की ओर लपक लिए।
स्थिति को भांपा और बुलाया दोस्तों को
श्री लश्करी ने स्थिति को भांपा और अपने मित्रों को फोन लगाकर तत्काल मोहन नगर बुलवाया। वहां पर आग वाले स्थान के आसपास के मकानों को तत्काल खाली करवाया और गैस सिलेंडर को उठा उठा कर भागे। बच्चे और बड़ों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। यदि समय रहते यह कार्य नहीं किया जाता तो करीब 15 मकान की गैस टंकियों में विस्फोट हो सकता था। मकान उड़ सकते थे। करीब 40 महिला पुरुष और बच्चे प्रभावित भी हो सकते थे, लेकिन माता रानी की कृपा से दुर्गा नवमी के दिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। सभी सुरक्षित हैं। दमकल विभाग अपना कार्य कर रहा था लेकिन उन्होंने अपनी सूझबूझ से दूसरे कार्य को अंजाम दिया
यह थे जांबाज सहयोगी
जान की परवाह किए बिना प्रशासन को सहयोग देने वालों में जाबाजो में कालू बारोट, धीरज राठौर, मनीष नेनानी, विजय डोडिया, अमरदीप, सुभाष राठौर, राहुल तोमर, सहित अन्य लोगों शामिल रहे। वहीं शहर एसडीएम अभिषेक गहलोत ने माइक थामा और क्षेत्रीय लोगों से घर खाली करने की घोषणा की।
उस समय घरों में बन रहा था भोजन
जब लोगों की जान बचाने का जतन किया जा रहा था, तब अधिकांश घरों में भोजन बन रहा था। महिलाएं भोजन बनाने में व्यस्त थी, उन्हें भोजन बनाने से तत्काल मना किया और फटाफट सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया फायर लारिया घरों के पीछे पानी फेंक रही थी तो उन्हें आगे बुलवा। घरों की छतों पर टंकियों से पानी निकाल निकाल कर आग पर फेंका गया। इस तरह काफी मशक्कत के बाद राहत की सांस ली आग पर काबू पाया गया और रहवासियों की जान बचाई। लोगों को समझाइश भी दी गई कि अभी दीवारें गरम है। उधर की साइड न रहें कुछ भी अनहोनी हो सकती है।