वेब पोर्टल हरमुद्दा डॉट कॉम में समाचार भेजने के लिए हमें harmudda@gmail.com पर ईमेल करे प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. सुब्बाराव का निधन : गांधीजी के विचारों को जन जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाने वाले डॉ. सुब्बाराव थे आधुनिक गांधी -

प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. सुब्बाराव का निधन : गांधीजी के विचारों को जन जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाने वाले डॉ. सुब्बाराव थे आधुनिक गांधी

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 कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट में हुई शोक सभा

हरमुद्दा
बुधवार, 27 अक्टूबर। प्रख्यात समाजसेवी व गांधीवादी, राष्ट्रीय युवा योजना के निदेशक पद्मश्री डॉ. एसएन सुबाराव भाई जी का निधन सभी के लिए महत्वपूर्ण क्षति है, जिसकी पूर्ति संभव नहीं है। डॉ. सुब्बाराव का कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट से बेहद लगाव था। उनकी यादें यहां से जुड़ी हैं। राष्ट्रभक्ति की भावना लोगों में जगाने व गांधीजी के विचारों को जन जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाने वाले डॉ. सुब्बाराव आधुनिक गांधी थे।

यह बात कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट द्वारा संचालित कस्तूरबा ग्राम रूरल इंस्टीट्यूट इंदौर की प्राचार्य डॉ. रंजना सहगल ने व्यक्त किए। बुधवार को संस्था में शोक सभा का आयोजन किया गया।

प्राचार्य सहगल पद्मश्री डॉ सुब्बाराव के बारे में विचार व्यक्त करते हुए

राष्ट्रीय सेवा योजना से असंख्य युवाओं में देश सेवा की भावना की पैदा

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट इंदौर के वरिष्ठ ट्रस्टी पद्मश्री डॉ. सुब्बाराव ने राष्ट्रीय सेवा योजना की संस्थागत एवं निदेशक के रूप में असंख्य युवाओं में देश सेवा की भावना पैदा की। देश-विदेश के लाखों युवाओं में उन्होंने संस्कार, संस्कृति एवं अनेकता में एकता के सुविचार की बीज बोए। देश के सभी राज्यों की संस्कृति, भाषा, रहन, सहन ,परिधान, नृत्य, कला को समझने का मौका युवाओं को दिया। ट्रस्ट के सभी सदस्य, प्राध्यापकों एवं कार्यकर्ताओं ने दिवंगत डॉ. सुब्बाराव को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मौन रखा।

शोक सभा में उपस्थित ट्रस्ट से संबंधित जन

जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में चल रहा था उपचार

वयोवृद्ध गांधीवादी समाजसेवक डॉ. एस एन सुब्बाराव ‘भाईजी’ का आज एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। पद्मश्री से सम्मानित सुब्बाराव को तबीयत खराब होने पर कुछ दिन पहले यहां एसएमएस (सवाई मानसिंह) अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका अस्पताल में बुधवार तड़के निधन हो गया।

भाई जी के भाई रहते हैं बेंगलुरु में

डॉ. सुब्बाराव (Dr. S N Subbarao ) का जन्म 1929 में बेंगलुरु में हुआ। मात्र 13 साल में ही वे (Bharat Chhodo Andolan) भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़े। जिसके चलते वे गांधीवादी विचारधारा को स्थापित करने चिंतन करने में लग गए।
डॉ.सुब्बाराव ने शादी नही की। उनके भाई बेंगलुरु में रहते है।

1995 में हुए थे पद्मश्री से सम्मानित

पद्मश्री से सम्मानित डॉ. सुब्बाराव को 1995 में राष्ट्रीय युवा परियोजना को राष्ट्रीय युवा पुरस्कार, 2003 में राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार, 2006 में 03 जमानालाल बजाज पुरस्कार, 2014 में कर्नाटक सरकार की ओर से महात्मा गांधी प्रेरणा सेवा पुरस्कार और नागपुर में 2014 में ही राष्ट्रीय सदभावना एकता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

देश की अमूल्य पूंजी से डॉ. सुब्बाराव

सत्तर वर्ष से अधिक समय से देश के युवाओं से जुड़कर अपने शिविरों के माध्यम से लगातार उन्हें प्रेरणा देने वाले और देश की पूंजी गांधीवादी विचारक एवं प्रेरक का देहांत एक अपूरणीय क्षति है।

अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री, राजस्थान

मध्य प्रदेश के भाजपा कांग्रेस मुख्यमंत्री ने किया शोक व्यक्त

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रसिद्ध गांधीवादी डॉ सुब्बाराव के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। इन जननेताओं ने कहा कि ईश्वर से दिवंगत पुण्य आत्मा की शांति और उनके अनुयायियों को यह गहन दुख सहने का आत्मबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।

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