गम और गर्व के साथ दी रतलाम के रत्न शहीद चौहान को अंतिम विदाई
हरमुद्दा
रतलाम, 28 अप्रैल। शुक्रवार दोपहर में शहीद हुए रतलाम के रत्न लेफ्टिनेंट कमांडर धर्मेंद्रसिंह चौहान को गम और गर्व के साथ रविवार को पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई दी गई। दो दिन से शहर में शहीद चौहान की ही चर्चा चल रही है। अंतिम यात्रा के मार्ग फूलों से पट गए। रतलाम के रत्न की शहीदी पर शहर गौरवांवित हुआ
रविवार सुबह रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी सहित आसपास के क्षेत्र में महिला, पुरुष, बच्चों सहित हर उम्र के लोग रतलाम के रत्न शहीद चौहान के अंतिम दर्शन के लिए उमड़े।
नेवी के लेफ्टिनेंट कमांडर शहीद चौहान की पार्थिव शरीर शनिवार रात को जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां से सुबह उन्हें घर ले गए। घर पर मां ने अपने लाल को सेल्यूट कर सलामी दी।
अंतिम दर्शन को उमड़े लोग, फूलों से पटी सड़कें
अंतिम विदाई यात्रा रिद्धि सिद्धि कॉलोनी से शुरू होकर कस्तुरबा नगर, राम मंदिर, सैलाना रोड, सैलाना बस स्टैंड, शहीद चौक, रानी जी का मंदिर, धानमंडी, तोपखाना, चांदनीचौक, त्रिपोलिया गेट होते हुए त्रिवेणी मुक्तिधाम पहुंची। पूरे रास्ते शहीद की जय-जयकार होती रही। सभी पुष्प वर्षाकर शहर ने श्रद्धांजलि दी। सड़कें फूलों से पट गई। रतलाम के रत्न की शहीदी पर शहर गौरवांवित हुआ।
जवानों ने दी अंतिम सलामी, यह थे उपस्थित
मुक्तिधाम पर सेना के जवानों द्वारा उन्हें अंतिम सलामी दी गई। राज्य शासन की और से प्रभारी मंत्री सचिन यादव, रतलाम शहर विधायक चैतन्य कश्यप,ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना,सैलाना विधायक हर्ष विजय गेहलोत, सांसद एवम कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया,भाजपा प्रत्याशी जीएस डामोर,कलेक्टर रुचिका चौहान,एसपी गौरव तिवारी,डीआईजी गौरव राजपूत आदि अनेक गणमान्य नागरिक एवं काफी संख्या में आमजन महिलाएं, पुरुष और युवा शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए मौजूद थे।
भाई ने दी मुखाग्नि
मुक्तिधाम पर शहीद श्री चौहान भाई प्रदीप सिंह ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी शहीद धर्मेंद्र सिंह की मां टमा कुंवर तथा उनकी पत्नी और बहन भी मुक्तिधाम पर आई थी।