कोरोना के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा “घबराने की जरूरत नहीं, बस रहें सतर्क, स्वास्थ्य सुविधाओं का किया जिक्र
15 से 18 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन 3 जनवरी से
स्वास्थ्य कर्मियों और 60 प्लस के लोगों को जरूरत पर बूस्टर डोज
हरमुद्दा
शनिवार, 25 दिसंबर। कोरोना के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बताया कि देश के पास 18 लाख आइसोलेशन बेड, 5 लाख ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं, 1.40 हजार ICU बेड हैं, 90,000 बेड विशेष तौर पर बच्चों के लिए हैं। राज्यों को ज़रूरी दवाओं की बफर डोज़ तैयार करने में सहायता दी जा रही है। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से सचेत रहने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी। साथ ही 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों और 60 साल के बुजुर्गों को डॉक्टर की सलाह पर बूस्टर डोज दी जाएगी, लेकिन ये व्यवस्था वैकल्पिक होगी।
देशवासियों के लिए खास फिक्र
हम 2021 के अंतिम सप्ताह में हैं। 2022 आने ही वाला है। आज दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमित होने का पता चला है। आप सभी से निवेदन है कि पैनिक न करें। सावधान रहें, सतर्क रहें।
देश के पास 18 लाख आइसोलेशन बेड, 5 लाख ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं, 1.40 हजार ICU बेड हैं, 90,000 बेड विशेष तौर पर बच्चों के लिए हैं। देश में 3000 से ज़्यादा PSA ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे हैं। राज्यों को ज़रूरी दवाओं की बफर डोज़ तैयार करने में सहायता दी जा रही है।
15 साल से 18 साल की आयु के बीच के बच्चों के लिए देश में वैक्सीनेशन प्रारंभ होगा। 3 जनवरी 2022 सोमवार से इसकी शुरुआत की जाएगी।
सरकार ने निर्णय लिया है कि हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर के लिए वैक्सीन की ‘Precaution Dose’ भी प्रारंभ की जाएगी। इसकी शुरुआत 10 जनवरी 2022 सोमवार से की जाएगी।
60 वर्ष से ऊपर की आयु के कॉ-मॉरबिडिटी वाले नागरिकों को, उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की Precaution Dose का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा। ये भी 10 जनवरी से उपलब्ध होगा।
आज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है।
भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था। ये देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है।